गोवा के मुख्यमंत्री बने रहेंगे प्रमोद सावंत, भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए
क्या है खबर?
प्रमोद सावंत गोवा के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। मुख्यमंत्री के नाम पर संशय को खत्म करते हुए आज भाजपा ने उनके नाम का ऐलान किया।
भाजपा के विधायक दल ने केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और एल मुरुगन की मौजूदगी में उन्हें अपना नेता चुना। अब सावंत जल्द ही राज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा करेंगे।
ये लगातार तीसरी बार होगा जब भाजपा राज्य में सरकार बनाएगी और उसने 2012 और 2017 में भी यहां सरकार बनाई थी।
मुख्यमंत्री की रेस
मुख्यमंत्री की रेस में सावंत ने दी विश्वजीत राणे को मात
सावंत ने मुख्यमंत्री पद की रेस में राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे को मात दी।
कुछ दिन पहले तक रेस में राणे का नाम आगे चल रहा था और उन्होंने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उनके नाम की अटकलें और तेज हो गईं।
हालांकि अंत में सावंत उन्हें मात देने में कामयाब रहे। आज विधायक दल की बैठक में राणे ने ही सावंत के नाम का प्रस्ताव सबके सामने रखा।
परिचय
कैसा रहा प्रमोद सावंत का सफर?
24 अप्रैल को जन्मे प्रमोेद सावंत आयुर्वेद के डॉक्टर हैं। इसके अलावा उनके पास समाजसेवा में मास्टर्स की डिग्री भी है।
उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत 2008 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा उपचुनाव लड़कर की, हालांकि वह यह चुनाव हार गए।
इस हार से उभरते हुए उन्होंने 2012 और 2017 विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार जीत दर्ज की।
तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की मौत के बाद वह 19 मार्च, 2019 को गोवा के मुख्यमंत्री बने।
नतीजे
गोवा में भाजपा को मिली सबसे अधिक सीटें, लेकिन बहुमत से एक सीट पीछे
बता दें कि गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, हालांकि वह पूर्ण बहुमत से एक सीट पीछे रह गई है।
उसने राज्य की 40 सीटों में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की है, जो 21 सीटों के बहुमत के आंकड़े से एक कम है।
हालांकि इससे सरकार बनाने की उसकी राह में कोई अड़चन नहीं आएगी और वह निर्दलीयों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी।
अन्य पार्टियां
अन्य पार्टियों की क्या स्थिति?
अन्य पार्टियों की बात करें तो भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानी जा रही कांग्रेस मात्र 11 सीटें जीत सकी।
आम आदमी पार्टी (AAP) भी राज्य में खाता खोलने में कायमाब रही और उसने दो सीटों पर जीत दर्ज की है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के साथ मिलकर चुनाव लड़ी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को दो सीटें मिली हैं, वहीं एक-एक सीट पर गोवा फॉरवर्ड पार्टी और रिवोल्युशनरी गोअंस पार्टी ने जीत दर्ज की है।
निर्दलीयों ने तीन सीटों पर कब्जा जमाया है।