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देवेंद्र फडणवीस: पार्षद से तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने तक का ऐसा रहा सफर
देवेंद्र फडणवीस 22 साल की उम्र में पार्षद बने थे

देवेंद्र फडणवीस: पार्षद से तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने तक का ऐसा रहा सफर

लेखन आबिद खान
Dec 04, 2024
01:57 pm

क्या है खबर?

भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। आज हुई भाजपा कोर समिति और महायुति विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। फडणवीस कल यानी 5 दिसंबर को मुंबई में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मराठी ब्राह्मण परिवार से ताल्लुख रखने वाले फडणवीस भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के भी करीबी हैं। आइए आज उनके राजनीतिक सफर पर नजर डालते हैं।

विरोध

पिता की गिरफ्तारी के विरोध में स्कूल से नाम कटवाया

फडणवीस के पिता गंगाधर फडणवीस भी जनसंघ और भाजपा के कद्दावर नेता थे। आपातकाल के दौरान फडणवीस के पिता को जेल में डाल दिया गया था, जिसके विरोध में फडणवीस ने इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल से अपना नाम कटवाकर सरस्वती विद्यालय में दाखिला ले लिया था। इसके बाद उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री हासिल की। उन्होंने बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की। फडणवीस ने जर्मनी से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है।

ABVP

ABVP से शुरू किया राजनीतिक करियर 

फडणवीस पढ़ाई के दौरान ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे। उन्होंने अपना राजनीति करियर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और बाद में भाजपा के वार्ड संयोजक के रूप में शुरू किया। 1992 में केवल 22 साल की उम्र में फडणवीस नागपुर नगर पालिका के सबसे युवा पार्षद बन गए। 1997 में वे नागपुर के महापौर चुने गए। 2 साल बाद ही उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता और लगातार 5 बार विधानसभा पहुंचे।

मुख्यमंत्री

2014 में पहली बार बने मुख्यमंत्री 

2013 में फडणवीस को महाराष्ट्र भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनकी अध्यक्षता में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विधानसभा चुनाव में 122 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव की तुलना में 76 ज्यादा थीं। भाजपा ने 63 सीटें जीतने वाली शिवसेना के साथ गठबंधन सरकार बनाई और महज 44 साल की उम्र में फडणवीस पहली बार मुख्यमंत्री बने। तब वे शरद पवार के बाद महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री थे।

80 घंटे के मुख्यमंत्री

जब 80 घंटे में मुख्यमंत्री पद से देना पड़ा इस्तीफा

2019 के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बनी और शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। शिवसेना ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर महायुति का गठन कर लिया, लेकिन 23 नवंबर, 2019 की सुबह फडणवीस ने अचानक मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। हालांकि, केवल 80 घंटे में ही विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।

उपमुख्यमंत्री

शिवसेना में टूट के बाद उपमुख्यमंत्री पद से करना पड़ा संतोष

जून, 2022 में शिवसेना में बगावत हुई। एकनाथ शिंदे और 40 विधायक पार्टी छोड़कर चले गए और उद्धव की सरकार गिर गई। तब माना गया था कि फडणवीस ही मुख्यमंत्री होंगे, लेकिन एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में फडणवीस उपमुख्यमंत्री बनाए गए। इसे उनके लिए झटका माना गया। इसके कुछ समय बाद NCP भी टूट गई। इस दौरान फडणवीस का एक बयान खूब चर्चित हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था, "ढाई साल लगे, लेकिन मैं वापस आया और 2 पार्टियां तोड़ दीं।"

मॉडलिंग

मॉडलिंग भी कर चुके हैं फडणवीस

फडणवीस की पत्नी का नाम अमृता है। दोनों की मुलाकात 2005 में हुई थी। अमृता सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और उनके लाखों में फॉलोवर्स हैं। दोनों की एक बेटी भी है। फडणवीस मॉडलिंग भी कर चुके हैं। 2006 में नागपुर में लगी उनकी मॉडलिंग की तस्वीरें खूब चर्चित हुई थीं। कहा जाता है कि फोटोग्राफर विवेक रानाडे ने फडणवीस को मॉडलिंग के लिए प्रेरित किया था। फडणवीस कई किताब भी लिख चुके हैं।