NDA सरकार के सभी 72 केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्रियों की शपथ पूरी हो चुकी है। इनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल रहे। इसके साथ ही राष्ट्रपति की मुर्मू की अनुमति और राष्ट्रगान के साथ शपथ ग्रहण समारोह का आधिकारिक रूप से समापन हो गया है।
देश, दुनिया, खेल और मनोरंजन जगत से जुड़ी सभी खबरों के लिए विजिट करें हमारी वेबसाइट। धन्यवाद
जार्ज कुरियन के बाद असम से भाजपा के राज्यसभा सांसद पबित्रा मार्गेरिटा को राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह साल 2014 में सक्रिय राजनीति में आए थे।
मुरलीधर मोहोल के बाद जार्ज कुरियन को राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह केरल में भाजपा के महासचिव हैं। वह लंबे समय से भाजपा के लिए केरल में काम कर रहे हैं।
मुरलीधर मोहोल को राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह पुणे सीट से भाजपा के टिकट पर पहली बार सांसद बने हैं और पहली बार में ही राज्य मंत्री का इनाम मिल गया है। वह पुणे नगर निगम में मेयर भी रह चुके हैं।
नीमूबेन बमभानिया ने राज्य मंत्री की शपथ ली है। वे भावनगर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद चुनी गई हैं। वे पेशे से शिक्षक रही हैं और भावनगर नगर निगम की महापौर भी रह चुकी हैं।
पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा को भी राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। वे पूर्वी MCD के महापौर रह चुके हैं और उन्होंने 2012 में अपना राजनीतिक सफर पार्षद से शुरू किया था। वे पहली बार सांसद चुने गए हैं।
मुजफ्फरपुर से भाजपा के सांसद राजभूषण चौधरी ने भी राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। उन्हें बिहार में निषाद समुदाय का बड़ा चेहरा माना जाता है। राजभूषण पहली बार सांसद चुने गए हैं और पहली बार में ही उन्हें मंत्री बनाया गया है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से सांसद तोखन साहू ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर पंच से शुरू किया था और अब सांसद चुने गए हैं।
संजय सेठ के बाद पंजाब से भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू को राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह लुधियाना से भाजपा के टिकट पर जीत हासिल नहीं कर पाए थे।
सतीश दुबे के बार झारखंड के रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह लगातार दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। इन्हें भी पहली बार केंद्र में मंत्री पद मिला है।
भागीरथ चौधरी के बाद बिहार से भाजपा के राज्यसभा सांसद सतीश दुबे ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह दो बार राज्यसभा सांसद और 4 बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें पहली बार केंद्र में मंत्री पद मिला है। बिहार में ब्राह्मण समाज का बड़ा चेहरा माने जाते हैं।
कमलेश पासवान के बाद राजस्थान की अजमेर सीट से सांसद भागीरथ चौधरी ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह लगातार दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। इसी तरह वह राजस्थान सरकार में भी विधायक रह चुके हैं। उन्हें पहली बार केंद्र में मंत्री पद मिला है।
बंडी संजय कुमार के बार कमलेश पासवान ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह उत्तर प्रदेश की बांसगांव सीट से चौथी बार जीतकर संसद पहुंचे हैं। वह साल 2002 से 2007 तक उत्तर प्रदेश सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
अजय टम्टा के बाद तेलंगाना के करीमनगर से भाजपा सांसद बंडी संजय कुमार ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। ऐसे में भाजपा नेतृत्व में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय किया है। वह महज 12 साल की उम्र से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे।
डॉ एल मुरुगन के बाद उत्तराखंड के अल्मोडा से भाजपा सांसद अजय टम्टा भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह तीसरी बार संसद पहुंचे हैं। वह भाजपा के पहले कार्यकाल में भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा वह उत्तराखंड सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं।
सुरेश गोपी के बाद मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ एल मुरुगन ने भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने तमिलनाडु के नीलगिरी से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें ए राजा से हार का सामना करना पड़ा है। वह पिछली सरकार में भी राज्यमंत्री रहे थे।
शांतनु ठाकुर के बाद केरल में पहली बार भाजपा को जीत दिलाने वाले सुरेश गोपी ने भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह केरल की त्रिशूर सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं। वह मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार रहे हैं। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का करीबी माना जाता है। उन्हें केरल में भाजपा की जीत का इनाम दिया गया है।
बनवारीलाल वर्मा के बाद पश्चिम बंगाल की बनगांव सीट से भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। वह पिछली भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। इस बार उन्हें राज्य मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कीर्तिवर्धन सिंह के बाद उत्तर प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद बनवारीलाल वर्मा ने भी राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह पिछली भाजपा सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। वह भाजपा के OBC प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
शोभा करांदलाजे के बाद कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्य मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। वह उत्तर प्रदेश के गौंडा से 5वीं बार संसद पहुंचे हैं। वह पहले समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए थे, लेकिन 2014 में भाजपा में शामिल हो गए। उसके बाद से वह लगातार जीतते आ रहे हैं। उन्हें पहली बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली है।