त्रिपुरा: चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच करने गए संसदीय दल पर हुआ हमला, 3 गिरफ्तार
त्रिपुरा में हाल ही में आयोजित किए गए विधानसभा चुनाव के बाद हुई राजनीतिक हिंसा की जांच करने गए संसदीय दल पर शुक्रवार को सिपाहीजाला जिले में हमला हुआ। इस दौरान कुछ लोगों ने कथित तौर पर 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए काफिले की कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। हालांकि, इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। गौरतलब है कि दल में कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सांसद शामिल थे।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संसदीय टीम पर हुए हमले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने घटना का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, 'त्रिपुरा के विशालगढ़ और मोहनपुर में भाजपा ने कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल पर हमला किया। प्रतिनिधिमंडल के साथ गई पुलिस ने कुछ नहीं किया।' उन्होंने आगे लिखा, 'भाजपा वहां एक विजय रैली कर रही है। यह पार्टी प्रायोजित हिंसा की जीत है।'
संसदीय दल ने स्थगित किए अपने कार्यक्रम
CPI (M) की त्रिपुरा इकाई के सचिव और पूर्व मंत्री जितेंद्र चौधरी ने कहा कि विशालगढ़ के नेहलचंद्र नगर में हमले के कारण संसदीय दल को पहले से निर्धारित अपने शेष बाहरी कार्यक्रमों को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। गौरतलब है कि दल में 4 लोकसभा सांसद और 3 राज्यसभा सांसद शामिल है, जो पश्चिम त्रिपुरा, सिपाहीजाला और गोमती जिले में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने आए हैं।
मामले में 3 लोग हुए गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि सांसद स्थानीय विधायकों और नेताओं के साथ विशालगढ़ के नेहलचंद्र नगर में एक अनिर्धारित दौरे पर गए थे, जहां उनके खिलाफ नारेबाजी हुई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "पुलिस टीम ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षित बचा लिया था और किसी भी व्यक्ति के घायल होने की सूचना नहीं है। 2-3 गाड़ियों को नुकसान हुआ है। वहीं तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और लगातार छापेमारी जारी है।"
भाजपा ने दोबारा हासिल की है त्रिपुरा की सत्ता
त्रिपुरा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज कर दोबारा सत्ता हासिल की है। भाजपा कुल 60 सीटों में से 32 सीटें जीतने में कामयाब रही, वहीं एक सीट पर उसकी सहयोगी पार्टी IPFT ने जीत दर्ज की है। वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन ने 14 सीटों पर जीत दर्ज की, वहीं नवोदित टिपरा मोथा पार्टी (TMP) भी 13 सीटें जीतने में कामयाब रही। भाजपा ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री माणिक साहा के नेतृत्व में ही लड़ा था।