संसद का शीतकालीन सत्र आज खत्म होगा, लोकसभा अध्यक्ष ने गेट पर प्रदर्शन पर रोक लगाई
पिछले 4 सप्ताह से चल रहा संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा। सत्र के अंतिम दिन 'एक देश एक चुनाव' के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन होगा। समिति में 27 लोकसभा और 12 राज्यसभा सांसद शामिल होंगे। इस बार कांग्रेस की ओर से पहली बार प्रियंका गांधी भी समिति का हिस्सा होंगी। दूसरी तरफ, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद गेट पर प्रदर्शन प्रतिबंधित कर दिया है। सदन में आज भी हंगामे के आसार हैं।
ओम बिरला ने क्या जारी किए निर्देश
लोकसभा अध्यक्ष ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन के दौरान हुई धक्का-मुक्की के बाद सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी संसद सदस्य, सदस्यों का समूह और राजनीतिक दल संसद भवन के किसी भी गेट पर प्रदर्शन नहीं करेगा। शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद विपक्षी INDIA गठबंधन के सांसद लगातार संसद के मकर द्वार पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। गुरुवार को विपक्ष के विरोध में भाजपा भी प्रदर्शन करने लगी, जिससे सत्ता-विपक्ष आमने-सामने आ गए।
कल संसद परिसर में प्रदर्शन के दौरान क्या हुआ?
राज्यसभा में अमित शाह की डॉ अंबेडकर पर आपत्तिजनक टिपप्णी के खिलाफ विपक्ष के सांसद संसद परिसर में प्रदर्शन कर उनका इस्तीफा मांग रहे थे। तभी भाजपा ने कांग्रेस को अंबेडकर का अपमान करने के लिए घेरा और प्रदर्शन किया। जब विपक्षी सांसद संसद में प्रवेश करने लगे तो भाजपा सांसदों के साथ उनकी धक्का-मुक्की हो गई। इसमें भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए और उनके सिर पर चोट आई। उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया।
राहुल गांधी पर लगाया आरोप, खड़गे ने भी शिकायत की
भाजपा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर दोनों सांसदों को धक्का देने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। आरोपों ने राहुल ने नकारा है। वहीं कांग्रेस ने भी भाजपा सांसदों पर नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है। उनका दावा है कि खड़गे को भी चोट लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घायल भाजपा सांसदों का फोन पर हालचाल लिया था।
शाह की किस टिप्पणी से हुआ विवाद?
देश में संविधान लागू होने की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 17 दिसंबर को संविधान पर चर्चा के अंतिम दिन शाह ने राज्यसभा में अंबेडकर पर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, "अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो 7 जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।" इसी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल हमलावर हैं। उन्होंने शाह से माफी और इस्तीफा देने की मांग की है।