अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में दोपहर 12 बजे बोलेंगे।
अविश्वास प्रस्ताव पर आज लोकसभा में दूसरे दिन चर्चा होगी। सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी जवाब सदन को संबोधित करेंगे।
लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव पर दूसरे दिन की बहस होगी। आज कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी के बोलने की संभावना है, वहीं सरकार की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोल सकते हैं।
संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर आज की चर्चा समाप्त हो गई है। कल सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी। आज सरकार की ओर से निशिकांत दुबे, श्रीकांत शिंदे, नारायण राणे, किरेन रिजिजू और सुनीता दुग्गल ने संबोधित किया। विपक्ष की ओर से गौरव गोगोई, टीआर बालू, सौगत राय, सुप्रिया सुले, डिंपल यादव, अरविंद सावंत, मनीष तिवारी, एएम आरिफ और एनके प्रेमचंद्रन ने भाषण दिया।
प्रेमचंद्रन ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मणिपुर में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। अब तक सरकार ने मुख्यमंत्री को क्यों नहीं हटाया। आप ऐसा करके अप्रत्यक्ष तौर पर हिंसा का साथ दे रहे हो। सरकार शांति स्थापित करने के लिए कोई भी कोशिश नहीं कर रही है। मेरी मांग है कि मुख्यमंत्री को तुरंत हटाया जाए, एक प्रतिनिधिमंडल को वहां भेजा जाए और प्रधानमंत्री राजनीतिक हल निकालने की कोशिश करे।"
प्रेमचंद्रन ने कहा, "ये पहली बार हो रहा है जब विपक्षी पार्टियों को इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा रहा है ताकि प्रधानमंत्री संसद में कुछ बोल सके। वो संसद के बाहर मणिपुर पर बोल रहे हैं, लेकिन उसमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान की बात करने का क्या मतलब है। प्रधानमंत्री को संसद में आने से और मणिपुर की जनता से अपील करने से कौन रोक रहा है।"
रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के नेता एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि भाजपा हिंदू-मुस्लिमों को भड़का कर सांप्रदायिक दंगे भड़का रही है। उन्होंने कहा, "पहले ये कर्नाटक में हुआ, अब हरियाणा में हो रहा है। इन सबके पीछे केवल केंद्र सरकार जिम्मेदार है। मणिपुर में सरकार पूरी तरह फेल हो गई है। सरकार मणिपुर जैसे छोटे राज्य को अगर कंट्रोल नहीं कर पा रही है, तो डबल इंजन का क्या मतलब है।"
राज्यसभा में राष्ट्रीय दंत चिकित्सा आयोग विधेयक, 2023 और राष्ट्रीय नर्सिंग और मिडवाइफरी आयोग विधेयक, 2023 ध्वनि मत से पारित हो गया है।
CPI(M) के नेता एएम आरिफ ने कहा, "जब हम मणिपुर पर चर्चा कर रहे थे, तब प्रधानमंत्री विपक्षी को तोड़ने की योजना बना रहे थे। प्रधानमंत्री क्यों संसद में नहीं आ रहे थे। प्रधानमंत्री के नाम अब तक सबसे कम बार संसद में आने का रिकॉर्ड है। वो संसद में पत्रकारों को क्यों नहीं आने देते हैं। आप कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। हरियाणा में सरकार की विभाजनकारी नीतियों से दंगे हो रहे हैं।"
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "विपक्षी पार्टियों मणिपुर को लेकर प्रस्ताव लेकर आई, लेकिन कोई भी मुद्दे पर नहीं बोल रहा है। सब मोदी जी को घेर रहे हैं। मणिपुर में महिलाओं की स्थिति पर कोई नहीं बोल रहा है। 4 मई की घटना को अब क्यों उठाया जा रहा है। इस वीडियो को बाहर लाने वाले को सजा दी जाए।"
तिवारी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में 8 जगहों पर चीन ने घुसपैठ की। उन्होंने सरकार से पूछा कि इसके पीछे चीन का राजनैतिक मकसद क्या था, इसका पता लगाया। उन्होंने सरकार के एक उच्च अधिकारी की रिपोर्ट के अंश भी संसद में पढ़े। उन्होंने पूछा, "चीन के साथ बातचीत का क्या नतीजा निकला? जितने बफर जोन बने हैं, वो भारत की जमीन पर क्यों बने हैं?"
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर चर्चा की। इस पर हंगामा शुरू हो गया। सांसदों ने कहा कि जो मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, उस पर बहस नहीं की जा सकती। इस पर तिवारी ने कहा, "मैंने संसद की चर्चा को लेकर जिक्र किया न कि कोर्ट के आदेशों पर।"
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि किसी भी सरकार का मूल्यांकन 5 पैमानों पर किया जाता है। उन्होंने कहा, "ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन पैमानों पर सरकार विफल रही। सरहदी राज्यों को भारत के साथ मजबूत तरीके से जोड़ने के लिए संविधान में विशेष प्रावधान किए गए थे। मणिपुर में जो रहा है उसका असर मिजोरम, नगालैंड पर हो रहा है। इसलिए हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं।"
रिजिजू ने कहा, "अभी विपक्षी सांसद बोल रहे थे कि विदेशों में भी मणिपुर हिंसा की आलोचना हुई है। ये हमारा आंतरिक मामला है और किसी भी बाहरी देश को इस पर टिप्पणी करने का हक नहीं है। आज दुनिया में INDIA की इज्जत बढ़ी है, मैं गठबंधन वाले INDIA की नहीं, असली INDIA की बात कर रहा हूं।"
लोकसभा की कार्यवाही देख रहे भर्तृहरि महताब ने रिजिजू की तारीफ की। उन्होंने कहा, "आप 1 घंटे से बोल रहे हैं, कितनी जानकारी लाए हैं।" इस पर रिजिजू ने कहा कि लोगों को सुनने में मजा आ रहा है तो मैं बोल रहा हूं।
रिजिजू ने संबोधन के दौरान खेल और अतंरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, फिट इंडिया और बाकी खेल योजनाओं से जुड़ी उपल्बधियों को ऐतिहासिक बताया।
रिजिजू ने कहा, "हम हर 15 दिन में राज्य का दौरा करते हैं। हम दिल्ली से बैठकर पूर्वोत्तर राज्यों की हालत पर बयानबाजी नहीं करते। हम ग्राउंड पर जाने वाले लोग हैं। हम सिर्फ राजधानी नहीं, बल्कि राज्यों के गांवों में जाकर लोगों से मिलते हैं और उनसे बात करते हैं।"
रिजिजू ने कहा, "नेता आरोप लगाते हैं कि भारत में चीन घुस गया, चीनी लोगों ने घर बसा लिया, लेकिन स्थिति ऐसी नहीं है। आप लोग यहां बैठकर लोगों को गुमराह करते हैं। मैं सभी नेताओं से कहता हूं कि सत्र के बाद आप मेरे साथ अरुणाचल चलिए। मैं आपको दिखाऊंगा कि कहीं भी चीन नहीं घुसा है।"
रिजिजू ने कहा कि 2014 से पहले पूर्वोत्तर में एक भी डबल रोड नहीं था। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों में सीमा की चौकसी और सड़क निर्माण के आंकड़े भी संसद में पेश किए। उन्होंने कहा, "अब पूर्वोत्तर की तस्वीर बदल चुकी है। सीमा पर एक भी जगह ऐसी नहीं हैं, जहां सड़क मार्ग नहीं है। पूरे सीमा इलाके में 4जी नेटवर्क का काम अब अंतिम दौर में है।