हेमंत सोरेन के साथ आया विपक्ष, गिरफ्तारी के खिलाफ संसद से वॉकआउट
संसद के बजट सत्र का आज तीसरा दिन है। इसमें झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन INDIA में शामिल सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट नजर आ रही हैं। शुक्रवार को सोरेन की गिरफ्तारी और झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण में देरी के मुद्दे पर कांग्रेस समेत विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया। इससे पहले लोकसभा से भी विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया था।
राज्यसभा में खड़गे बोले- संविधान की उड़ाई जा रहीं धज्जियां
राजसभा ने नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा संविधान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने कहा, "बिहार में नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद 12 घंटों में उन्हें दोबारा शपथ दिलवाई गई, लेकिन झारखंड में सोरेन के इस्तीफे के बाद अपना उत्तराधिकारी चुना। नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के पास बहुमत होने के बाद भी शपथ दिलवाने में राज्पाल ने इतनी देरी क्यों की? ये शर्मनाक बात है।"
सुनिए खड़गे ने क्या कहा?
ममता बनर्जी बोलीं- सोरेन की लड़ाई में साथ हैं
इस बीच शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने भी सोरेन की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, "भाजपा ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करते हुए चुनाव से पहले एक निर्वाचित सरकार को कमजोर करने का कार्य किया है।" उन्होंने कहा, "सोरेन एक शक्तिशाली आदिवासी नेता हैं। इस कठिन समय में लोकतंत्र की रक्षा के लिए वह उनके साथ खड़ी हैं और वह इस महत्वपूर्ण लड़ाई में जरूर विजयी होंगे।"
अखिलेश बोले- सोरेन की गिरफ्तारी जनमत का अपमान
समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोरेन की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'झारखंड में भाजपा का आदिवासी विरोधी चेहरा सामने आ रहा है और आदिवासी नेता सोरेन की गिरफ्तारी जनमत का अपमान है। इसलिए हर एक झारखंडी इस बार भाजपा के खिलाफ वोट डालेगा।' उन्होंने लिखा, 'भाजपा नैतिक रूप से 2024 का चुनाव पहले ही हार चुकी है। अब बस उसकी राजनीतिक हार होने की घोषणा बाकी है।'
लोकसभा में विपक्ष को घेरते नजर आए भाजपा के केंद्रीय मंत्री
इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में विपक्ष को कांग्रेस सांसद डीके सुरेश के अलग देश की मांग वाले बयान घेरते नजर आए। उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस सासंद के बयान की निंदा करता हूं और सोनिया गांधी से सदन में माफी की मांग करता हूं। ये संसदीय परंपरा का उल्लंघन है। ये मामला संसद की विशेषाधिकारी समिति के पास भेजा जाना चाहिए।" हालांकि, विपक्षी सासंद पहले ही झारखंड के मुद्दे पर लोकसभा से वॉकआउट कर गए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
झारखंड के मुख्यमंत्री पद से सोरेन के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय राजनीति का माहौल बदल गया है। नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण में देरी को विपक्ष गठबंधन INDIA ने एक मुद्दा बनाया है। इसे लेकर अब विपक्षी पार्टियां भी एक बार फिर चुनाव के पहले एकजुट नजर आ रही हैं। TMC नेता ममता का अगले हफ्ते दिल्ली दौरा प्रस्तावित है और इससे कांग्रेस-TMC के रिश्तों में जमीं बर्फ के पिघलने के आसार हैं।