भाजपा के नेतृत्व वाले NDA में एक बार फिर शामिल हुई ओम प्रकाश राजभर की SBSP
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) एक बार फिर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गई है। SBSP के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया है। गौरतलब है कि SBSP ने 2017 में भाजपा के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले NDA से अलग हो गई थी।
राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में NDA को मिलेगी मजबूती- शाह
अमित शाह ने SBSP के NDA में शामिल होने पर ट्वीट किया, 'ओम प्रकाश राजभर से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं।' उन्होंने आगे लिखा, 'राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में NDA को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में NDA द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा।'
राजभर बोले- भाजपा के साथ मिलकर लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
राजभर ने कहा, "हमने 14 जुलाई को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। हमने 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का फैसला किया। मैं हमें साथ लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं।" राजभर ने आगे कहा कि वह 18 जुलाई को दिल्ली में NDA की बैठक में शामिल होंगे और उनके लिए मंत्री पद महत्वपूर्ण नहीं है।
SBSP ने पिछले साल सपा के साथ मिलकर लड़ा था विधानसभा चुनाव
SBSP ने पिछले साल समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा था। SBSP ने कुल 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पूर्वांचल क्षेत्र में भाजपा के खराब प्रदर्शन के पीछे SBSP और सपा का गठबंधन एक बड़ा कारण माना गया था। हालांकि, पिछले साल जुलाई में ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव के साथ मतभेद के बाद सपा से गठबंधन खत्म कर दिया था।
पूर्वांचल के सपा विधायक ने भी दिया इस्तीफा
पूर्वांचल में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के एक बड़े नेता दारा सिंह चौहान ने शनिवार को सपा के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसे भाजपा की अपनी ताकत बढ़ाने की बड़ी कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि चौहान पहले भाजपा में थे, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल हो गए थे। बता दें कि राजभर और OBC समुदाय का पूर्वी उत्तर प्रदेश की सीटों पर बड़ा प्रभाव है।