नीतीश कुमार का भाजपा के साथ सरकार बनाना तय, 28 जनवरी को ले सकते हैं शपथ
बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है और खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाजपा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में जाना लगभग तय हो गया है। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (JDU) मिलकर दोबारा सरकार बना सकते हैं और नीतीश 28 जनवरी को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। NDTV के अनुसार, भाजपा की तरफ से 2 उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं।
नीतीश ने रविवार के अपने सभी कार्यक्रम रद्द किए
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, नीतीश ने रविवार के अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। 28 जनवरी को पटना में महाराणा प्रताप रैली को भी रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा JDU ने अपने सभी विधायकों को तुरंत पटना आने के लिए कहा है। दूसरी ओर भाजपा में भी बैठकों का दौर जारी है। बीती राज बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली पहुंचे थे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी अपना केरल का दौरा रद्द कर दिया है।
नीतीश को मुख्यमंत्री बनाए रखने पर सहमत हुई भाजपा
खबर है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नीतीश को मुख्यमंत्री बनाए रखने पर सहमत हो चुका है। अभी गठबंधन का पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव पर होगा। राज्य में अगले साल 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में विधानसभा को पहले भंग कर लोकसभा के साथ चुनाव कराने की संभावना कम है। गुरुवार रात गृह मंत्री अमित शाह और नड्डा के बीच बातचीत भी हुई है। भाजपा बिहार में NDA की सहयोगी पार्टियों से भी लगातार बात कर रही है।
बिहार भाजपा नेताओं के साथ आलाकमान ने की बैठक
शाह के आवास पर भाजपा आलाकमान ने बिहार के नेताओं के साथ बैठक की है। इसमें नड्डा, भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, सम्राट चौधरी, बिहार के प्रदेश संगठन महासचिव भीखूभाई दलसानिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और रेणु देवी के साथ कुछ अन्य नेता भी शामिल हुए। करीब 2 घंटे चली इस बैठक के बाद चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए ये बैठक बुलाई गई थी।
RJD-JDU में सबकुछ ठीक नहीं?
बीते कुछ महीनों से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और JDU में मतभेद सामने आए हैं। कई मौकों पर नीतीश और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मंच साझा करने से इनकार कर दिया। कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर नीतीश ने परिवारवाद को लेकर सख्त बयान दिया था, जिसे यादव परिवार से जोड़कर देखा गया था। इसके अलावा नीतीश विपक्षी गठबंधन INDIA का संयोजक न बनाए जाने से भी नाराज बताए जा रहे हैं। वे यह गठबंधन बनाने में अहम सूत्रधार थे।