जहरीली शराब से मौतों पर नीतीश कुमार बोले- जो शराब पीएगा, वो मरेगा ही
क्या है खबर?
जहरीली शराब से दर्जनों लोगों की मौत और शराबबंदी पर घिरे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो शराब पीएगा, वो मरेगा ही।
उन्होंने कहा कि शराबबंदी से पहले भी लोग जहरीली शराब के सेवन से मर रहे थे और जिन राज्यों में शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत होती है।
उन्होंने कहा कि शराब बुरी चीज है और इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
बयान
जहरीली शराब से देशभर में लोग मरते हैं- नीतीश
पटना में मीडिया से बात करते हुए नीतीश ने कहा, "आप जानते ही हैं कि जो रिसर्च आया था पूरी दुनिया का, उसको भी हमने सबके घर पर भेज दिया कि शराब कितनी बुरी चीज है, इससे कितने लोगों की मौत होती है... जहरीली शराब तो लोग शुरू से मरते हैं, देशभर में मरते हैं। जब शराबबंदी नहीं थी, तब भी जहरीली शराब से यहां भी मरते थे, लेकिन अन्य राज्यों में भी लोग जहरीली शराब से मरते थे।"
बयान
नीतीश बोले- हमने जहरीली शराब पर एक्शन करवाया, लोगों को सचेत रहना चाहिए
नीतीश ने आगे कहा, "सबसे पहले 2016 में जहरीली शराब की बात हुई थी। उसके बाद जहरीली शराब पर हमने कितना एक्शन करवाया... लोग जानते ही हैं तो उन्हें सचेत रहना चाहिए। यहां तो शराबबंदी है तो कुछ गड़बड़ तो बेचेगा ही। इससे लोगों की मौत हो जाती है... शराब बड़ी बुरी चीज है, लेकिन फिर भी कोई पी लेता है। ज्यादातर लोगों ने इसके पक्ष में सहमति दी है, लेकिन कुछ तो ऐसी गलती कर ही देते हैं।"
चेतावनी
"ये उदाहरण सामने है कि शराब पीओगे तो मरोगे"
जहरीली शराब से मरने वाले लोगों को मुआवजा देने के सवाल पर नीतीश ने कहा, "पिछली बार भी जहरीली शराब से मर गया तो कोई कहा कि इनको (मुआवजा) मिलना चाहिए... जो शराब पीएगा, वो तो मरेगा ही। ये तो उदाहरण ही सामने है कि पीओगे तो मरोगे।"
भाजपा के विरोध पर उन्होंने कहा कि इस पर तो दुख जताना चाहिए और उन जगहों पर जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने शराब के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है।
आर्थिक मदद
नीतीश ने की शराब के धंधे में लगे गरीबों की मदद की पेशकश
नकली शराब के धंधे में लगे गरीबों पर नीतीश ने कहा, "मैंने अपने अधिकारियों से एक बात कही है कि गरीब को मत पकड़ो। अगर कोई धंधा करता है और किसी को पैसा देकर कहीं भिजवा रहा है तो वो मतलब नहीं है। असली जो शराब बना रहा है, शराब का धंधा कर रहा है, उसे पकड़ो... गरीब को इस काम में नहीं लगना चाहिए। वो अपना अलग काम करें। हम उन्हें एक लाख रुपये देने को तैयार हैं।"
मुद्दा
छपरा में जहरीली शराब से 39 लोगों की मौत पर गरमाई हुई है सियासत
बता दें कि छपरा में जहरीली शराब के सेवन से 39 लोगों की मौत से बिहार की राजनीति में उबाल आया हुआ है।
विपक्षी पार्टी भाजपा ने इसके लिए नीतीश की शराबबंदी की नीति को जिम्मेदार ठहराया है। नीतीश ने 2016 में राज्य में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था।
इस मुद्दे पर कल विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ था, जिसमें विरोध से गुस्साए नीतीश ने भाजपा विधायकों को शराब कह डाला।