महाराष्ट्र: सांसद नवनीत राणा और उनके पति पर देशद्रोह का मामला, न्यायिक हिरासत में भेजा गया
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के सामने हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर गिरफ्तार किए गए विधायक रवि राणा और उनकी सांसद पत्नी नवनीत राणा पर देशद्रोह की धारा लगा दी गई है।
दोनों को आज मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने भी पेश किया गया जिसने उनकी कस्टडी की मुंबई पुलिस की मांग को ठुकराते हुए उन्हें 6 मई तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
राणा दंपति की जमानत अर्जी पर 29 अप्रैल को सुनवाई होगी।
पृष्ठभूमि
क्या है पूरा मामला?
राणा दंपति ने इस महीने की शुरूआत में ठाकरे से मातोश्री के अंदर हनुमान चालीसा पढ़ने की मांग की थी और ऐलान किया था कि अगर ठाकरे ने ऐसा नहीं किया तो वे मातोश्री के बाहर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।
वे इसके लिए कल सुबह मुंबई पहुंचे थे, लेकिन वे अपनी योजना पर अमल कर पाते, इससे पहले ही बड़ी संख्या में शिवसैनिक उनके घर के बाहर जमा हो गए। इसके बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया।
कारण
नवनीत ने प्रधानमंत्री के मुंबई दौरे को बताया कार्यक्रम रद्द करने का कारण
नवनीत राणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार के मुंबई दौरे को अपना कार्यक्रम रद्द करने का कारण बताया था और कहा था कि वे नहीं चाहती कि कानून-व्यवस्था बिगड़े।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मेरा उद्देश्य स्पष्ट तरीके से पूरा हो गया। हम मातोश्री तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन जो हनुमान चालीसा हम पढ़ने वाले थे, वो कई भक्त वहां मातोश्री के सामने पढ़ रहे हैं। इससे ये सिद्ध होता है कि हमारी आवाज वहां तक पहुंची है।"
गिरफ्तारी
शनिवार शाम को घर से गिरफ्तार किए गए थे नवनीत और रवि राणा
राणा दंपति के अपना कार्यक्रम रद्द करने के बावजूद खार पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई और शनिवार शाम को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले उनके खिलाफ धारा 153A (विभिन्न समुदायों में धर्म के आधार पर दुश्मनी पैदा करना) समेत अन्य कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।
अब FIR में सरकारी मशीनरी को चुनौती देने के लिए देशद्रोह की धारा भी जोड़ दी गई है।
दंपति ने पूरी रात सांता क्रूज थाने में गुजारी।
हमला
फडणवीस ने साधा सरकार पर निशाना
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर निशाना साधा।
सरकार की प्रतिक्रिया को बचकाना बताते हुए उन्होंने कहा, "अगर अनुमति मिलती तो राणा दंपति मातोश्री जाते, हनुमान चालीसा पढ़ते और बिना कोई खबर बनाए वापस लौट आते। मुझे समझ नहीं आता कि इतनी जगहों पर इतने लोग क्यों जमा हो गए थे, जैसे कि राणा दंपति कोई हमला करने वाली थी।"
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भाजपा पर दोष मढ़ कर अपनी असफलताएं छिपाती है।