लोकसभा में मनरेगा की जगह 'जी राम जी' विधेयक लाने पर हंगामा, परिसर में नारेबाजी
क्या है खबर?
केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा की जगह लाए जा रहे 'जी राम जी' विधेयक को मंगलवार को संसद में कड़ा प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। लोकसभा में विधेयक पेश किए जाने के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा यह विधेयक कानून को कमजोर करता है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी की मनमानी, महत्वाकांक्षा और पूर्वाग्रह के आधार पर कोई कानून पारित नहीं किया जाना चाहिए।
बयान
विधेयक के खिलाफ क्या बोलीं प्रियंका गांधी?
केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका ने लोकसभा में कार्ययोजना और प्रक्रिया नियमों के नियम 72(1) के तहत विधेयक का विरोध किया। उन्होंने कहा, "मनरेगा ऐसा क्रांतिकारी कानून है, जिसको बनाते समय सदन के सभी राजनीतिक दलों ने सहमति जताई थी। अब नया विधेयक रोजगार का कानूनी अधिकार कमजोर कर रहा है।" उन्होंने मांग की कि यह विधेयक वापस लिया जाना चाहिए और गहन जांच और व्यापक चर्चा के लिए यह बिल संसद की स्थायी समिति को भेजा जाए।
प्रदर्शन
सांसदों ने महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ प्रदर्शन किया
लोकसभा में विधेयक रखे जाने का प्रस्ताव पास होने के बाद विपक्षी सांसद बाहर आ गए और उन्होंने मकर द्वार के पास नए विधेयक के विरोध में नारे लगाए। विपक्षी सांसद अपने हाथों में महात्मा गांधी की तस्वीर लिए हुए थे। इस दौरान प्रियंका गांधी ने मीडिया से कहा कि नाम बदलना केंद्र सरकार का बहाना है, वे इस योजना को खत्म करना चाह रहे हैं। प्रियंका ने कहा कि बिल से ग्राम पंचायतों के अधिकार भी खत्म हो जाएंगे।
ट्विटर पोस्ट
प्रियंका गांधी का संसद में भाषण
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) पिछले 20 साल से ग्रामीण भारत को रोजगार देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में सक्षम रहा है।
— Congress (@INCIndia) December 16, 2025
यह ऐसा क्रांतिकारी कानून है कि जब इसको बनाया गया तो सदन के सभी राजनीतिक दलों ने इससे सहमति जताई। इसके द्वारा गरीब से गरीब लोगों को 100… pic.twitter.com/xWqdeRqJIH