महबूबा मुफ्ती बोलीं- भारत में पाकिस्तान और सीरिया जैसे हालात, लोग बंदूक उठाने को तैयार
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को देश की मौजूदा स्थिति की तुलना पाकिस्तान और सीरिया से कर डाली। उन्होंने कहा कि लोग बंदूकें उठाकर एक-दूसरे को मार रहे हैं, जो भारत ने अब तक नहीं देखा। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में देश में बढ़ती हिंसक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए मुफ्ती ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार लोगों को हिंदू-मुस्लिम में बांट रही है।
मुफ्ती ने क्या कहा?
इंडिया टुडे के इंटरव्यू में मुफ्ती ने कहा, "आप देख सकते हैं कि वे (भाजपा) हर जगह कितनी नफरत फैला रहे हैं। आम लोग एक-दूसरे को मारने के लिए बंदूक उठाने के लिए तैयार हैं। यह कुछ ऐसा है जो हमने पाकिस्तान में देखा है, जो सीरिया में हो रहा है।" उन्होंने कहा, "वहां लोग 'अल्लाह हू अकबर' चिल्लाते हुए हत्या कर देते हैं। यहां 'जय श्रीराम' का नारा लगाकर हत्याएं हो रही हैं। अब क्या अंतर रह गया है।"
INDIA की लड़ाई, गोडसे बनाम गांधी के विचार की लड़ाई- मुफ्ती
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख मुफ्ती ने विपक्ष पार्टियों के गठबंधन INDIA पर टिप्पणी करते हुए कहा, "यह गोडसे के भारत बनाम गांधी, नेहरू और सरदार पटेल द्वारा परिकल्पित भारत के विचारों के बीच लड़ाई है। भाजपा गोडसे का भारत बनाना चाहती है।" उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि INDIA गठबंधन सही मकसद के लिए लड़ रहा है। राहुल गांधी कट्टरता के खिलाफ इस लड़ाई का नेतृत्व करेंगे और आखिरकार नफरत पर प्यार की जीत होगी।"
मुफ्ती ने भाजपा सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया
मुफ्ती ने केंद्र की भाजपा सरकार पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव बहुत ही चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है क्योंकि विपक्षी गठबंधन INDIA को न केवल भाजपा का सामना करना पड़ेगा, बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जैसी एजेंसियों से भी निपटना पड़ेगा। उन्होंने दावा किया कि जानबूझकर विपक्षी नेताओं को झूठे केसों में फंसाया जा रहा है।
मुफ्ती बोलीं- प्रधानमंत्री केवल अतीत के बारे में बात कर रहे
मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा, "वह केवल अतीत के बारे में बात कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से जो वादे किए थे, उनके बारे में नहीं बता रहे हैं। वह देश के भविष्य पर चुप हैं।" केद्र द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को को रद्द करने पर उन्होंने कहा, "कश्मीर में सामान्य स्थिति एक मिथक है और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।"