ईद पर ममता बनर्जी का बड़ा ऐलान, बोलीं- CAA, NRC और UCC लागू नहीं होने दूंगी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में ईद की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय को संबोधित करते हुए एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह बंगाल में नागरिकता कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) और समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह देश के लिए जान देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने मुस्लिमों से दंगा भड़काने की साजिश से बचकर रहने की अपील भी की।
देश पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करूंगी- ममता
ममता ने नमाज के बाद हुई सभा को संबोधित करते हुए कहा, "हम रॉयल बंगाल टाइगर की तरह हैं। मैं देश के लिए अपना खून देने को तैयार हूं, लेकिन देश पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं करूंगी... हम UCC स्वीकार नहीं करेंगे। आप मुझे जेल में डाल सकते हैं। हम UCC, NRC और CAA लागू नहीं होने देंगे।" यह पहली बार है जब ममता ने UCC पर अपना रुख साफ किया है। CAA-NRC की खिलाफत वे पहले भी कर चुकी हैं।
ममता का दावा, भाजपा कर रही मुस्लिम नेताओं को फोन
ममता ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वह चुन-चुनकर मुस्लिम नेताओं को फोन कर रही है और पूछ रही है कि आपको क्या चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को कुछ नहीं चाहिए, बस प्यार चाहिए। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से भाजपा को वोट न देने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग चुनाव के दौरान दंगा भड़काने की कोशिश करेंगे, मुस्लिमों को उनके जाल में नहीं फंसना है। उन्होंने सभी से एकजुट रहने की अपील की।
अभिषेक बनर्जी बोले- हिंदू और मुस्लिम को लड़वाने वालों का जनाजा निकलना चाहिए
ममता के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "'सभी का खून है इस मिट्टी में शामिल, हिंदू ,मुस्लिम, सिख ,ईसाई, किसी के बाप का हिंदुस्तान नहीं है। इस भाईचारे को बरकरार रखिए... जो समाज में दरार पैदा करना चाहते है और हिंदू को मुसमान से लड़ाना चाहते हैं, आने वाले दिन में उनका विसर्जन या जनाजा निकलना चाहिए।" उनके इस बयान पर विवाद हो सकता है।
बंगाल में बड़ा मुद्दा हैं CAA, NRC और UCC
पश्चिम बंगाल राजनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण राज्य है और यहां CAA, NRC और UCC बड़ा मुद्दा है क्योंकि यहां की 28 से 30 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है। राज्य की 42 लोकसभा सीटों पर सभी 7 चरणों में 19 अप्रैल से 1 जून तक मतदान होगा। राज्य में मुख्य मुकाबला भाजपा और TMC के बीच है। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं TMC 22 सीटों पर जीती थी।