बंगाल चुनाव: नंदीग्राम में बेहद करीबी मुकाबले में सुवेंदु अधिकारी से हारीं ममता बनर्जी
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा सीट पर एक करीबी मुकाबले में भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से हार गईं।
जीत के लिए ममता और उनके पुराने साथी अधिकारी के बीच कड़ा मुकाबला हुआ और दोनों आगे-पीछे होते रहे। लेकिन अंत में अधिकारी ने ममता को 1,900 से अधिक वोट से हरा दिया।
बता दें कि नंदीग्राम को अधिकारी और उनके परिवार को गढ़ माना जाता है और यहां TMC के उभार में उनका बड़ा योगदान रहा था।
पृष्ठभूमि
ममता को सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने में नंदीग्राम का अहम योगदान
बता दें कि ममता को बंगाल की सत्ता के शीर्ष तक पहुंचाने में नंदीग्राम का अहम योगदान है।
दरअसल, 2007 में यहां विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) बनाने के वामपंथी सरकार के फैसले के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन हुआ था और पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में 14 लोग मारे गए थे।
इसके बाद ममता ने किसानों की जमीन को बचाने के लिए 'मां, माटी, मानुष' अभियान चलाया था और इसी की बदौलत 2011 में सत्ता में आई थीं।
गढ़
आंदोलन में अधिकारी ने भी निभाई थी अहम भूमिका
नंदीग्राम में चलाए गए इस अभियान में तब TMC में रहे सुवेंदु अधिकारी ने भी अहम भूमिका निभाई थी और वह ममता के साथ गांव-गांव गए थे। अपनी इस मेहनत की बदौलत वह TMC के शीर्ष नेताओं में शामिल होने में कामयाब रहे थे। नंदीग्राम इससे पहसे ही उनका और उनके परिवार का गढ़ रहा है।
इसी कारण जब वह TMC छोड़ भाजपा में शामिल हुए तो ममता ने यहां से लड़कर उन्हें और भाजपा को सीधी टक्कर दी।
नतीजे
क्या रहे बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे?
TMC ने बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है और पहली बार राज्य की सत्ता में आने के भाजपा के मंसूबों को नेस्तनाबूद कर दिया है।
जिन 292 सीटों पर चुनाव हुआ था, उनमें से 215 सीट पर TMC आगे चल रही है या जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं 200 से अधिक सीटें जीतने का दावा करती आ रही भाजपा मात्र 76 सीटों पर सिमट गई।
वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया।