महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: राजघरानों से जुड़े ये नेता भी आजमा रहे हैं किस्मत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है। यहां राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आने के लिए पूर्व शाही राजघरानों पर निर्भर दिख रही हैं। कम से कम 4 सीटें ऐसी हैं, जहां पूर्व राजघरानों के सदस्य अलग-अलग पार्टियों से टिकट मिलने के बाद मैदान में हैं। एक सीट पर तो शाही घराने के 3 सदस्य एक-दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। आइए ऐसी सीटों के बारे में जानते हैं।
सतारा में छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज मैदान में
सतारा सीट पर छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज शिवेंद्रराजे भोसले भाजपा के टिकट पर 5वीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पिता अभयसिंहराजे भोसले कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और जनता पार्टी के टिकट पर इस सीट से 1978 से 1995 तक लगातार 6 बार विधायक रहे हैं। शिवेंद्रराजे के सामने शिवसेना (उद्धव गुट) के अमित कदम हैं। शिवेंद्रराजे के चचेरे भाई उदयनराजे भोंसले सतारा सीट से लोकसभा सांसद हैं।
कागल में किस्मत आजमा रहे छत्रपति शाहू महाराज के वंशज
कोल्हापुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाले समरजीत सिंह घाटगे को कागल सीट से मैदान में उतारा गया है। वे अजित पवार की NCP के उम्मीदवार हसन मुश्रीफ के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। घाटगे राजर्षि छत्रपति शाहू महाराज के परिवार से हैं। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां से हसन मुश्रीफ ने जीत दर्ज की थी। 2019 में हसन ने घाटगे समरजीतसिंह विक्रमसिंह को करीब 27,000 वोटों से हराया था।
छत्रपति शाहू महाराज की बहू ने नाम वापस लिया
कोल्हापुर उत्तर सीट से कांग्रेस ने राजा छत्रपति शाहू महाराज की बहू मधुरिमाराजे छत्रपति को मैदान में उतारा था। यहां से एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना ने राजेश क्षीरसागर को टिकट दिया है। हालांकि, मधुरिमाराजे ने 4 नवंबर को अपना नामांकन वापस ले लिया था। मधुरिमाराजे के पति मालोजीराजे 2004 और 2009 के बीच कोल्हापुर उत्तर से विधायक रह चुके हैं। वे पूर्व मंत्री दिवंगत दिग्विजय खानविलकर की बेटी हैं।
अहेरी सीट पर शाही परिवार के 3 सदस्य मैदान में
गढ़चिरौली जिले की अहेरी सीट पर शाही परिवार के 3 सदस्य मैदान में हैं। यहां शाही आत्राम परिवार का कब्जा रहा है। इस बार कैबिनेट मंत्री धर्मराव आत्राम को NCP अजित की ओर से मैदान में है। वहीं, उनकी बेटी भाग्यश्री आत्राम को NCP शरद गुट ने टिकट दिया है। लिहाजा यहां बाप-बेटी के बीच मुकाबला है। पूर्व मंत्री और राजघराने से संबंध रखने वाले अंबरीशराव आत्राम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
फलटण सीट पर शाही सदस्यों की प्रतिष्ठा का सवाल
सतारा जिले की ही फलटण विधानसभा सीट से अजित पवार ने सचिन पाटिल को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, NCP शरद ने दीपक चव्हाण को मैदान में उतारा है। यहां दीपक के समर्थन में निंबालकर शाही परिवार है। पिछले चुनावों में भी यहां से दीपक ने जीत दर्ज की थी। 2008 में परिसीमन के बाद ये सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित कर दी गई थी। इससे पहले यहां ज्यादातर समय निंबालकर परिवार का कब्जा रहा है।