मध्य प्रदेश: चुनाव से पहले भाजपा को झटका; मैहर विधायक ने दिया इस्तीफा, पार्टी भी छोड़ी
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को झटका लगा है। मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी से भी नाता तोड़ लिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिख विधानसभा सदस्यता त्यागने की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को पत्र लिखकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है। उनके कांग्रेस में जाने की अटकलें हैं।
त्रिपाठी को इस बार नहीं मिला था भाजपा से टिकट
भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर उम्मीदवारों 4 सूची जारी कर दी हैं, जिनमें भाजपा से 2 बार विधायक रह चुके नारायण त्रिपाठी का नाम नहीं है। भाजपा ने मैहर से त्रिपाठी का टिकट काटकर श्रीकांत चतुर्वेदी को अपना उम्मीदवार बनाया है। 2018 के चुनाव में त्रिपाठी ने चतुर्वेदी को ही हराया था। त्रिपाठी काफी समय से मैहर जिला बनाने और अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर भाजपा पर हमलावर थे।
मैहर से 4 बार विधायक रहे हैं नारायण त्रिपाठी
त्रिपाठी पहली बार 2003 में समाजवादी पार्टी (SP) के टिकट से मैहर के विधायक बने थे। वह 2005 में सपा प्रदेशाध्यक्ष भी थे। 2008 चुनाव में वह भाजपा से बुरी तरह हारे। इसके बाद 2013 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते। 2014 लोकसभा चुनाव में उनका कांग्रेस से मतभेद हुआ, जिसके बाद 2015 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर 2016 के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर जीते। 2018 चुनाव में भी वो भाजपा के टिकट पर जीते।