भाजपा नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली बुलाया, जेपी नड्डा से होगी मुलाकात
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सोमवार को दिल्ली बुलाया गया है। यहां उनकी मुलाकात शाम 7ः00 बजे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से होनी है। खबर है कि शिवराज सिंह को लोकसभा चुनावों से पहले कोई बड़ी भूमिका दी जा सकती है। साथ ही मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी उनसे चर्चा हो सकती है। इससे पहले वह कह चुके हैं कि भाजपा उनके लिए मिशन है, पार्टी जहां कहेगी, वह कार्य करेंगे।
रविवार को हुई बैठक में मौजूद नहीं थे शिवराज
मध्य प्रदेश तक के मुताबिक, विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली में रविवार रात को भाजपा की एक बड़ी बैठक हुई थी, जिसमें नवनियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रह्लाद पटेल, विधायक कैलाश विजयवर्गीय और नरेंद्र तोमर शामिल हुए थे। इस बैठक में शिवराज सिंह मौजूद नहीं थे। शिवराज को बैठक में बुलाया नहीं गया या फिर वह खुद नहीं पहुंचे, इसको लेकर संशय है।
लगातार समर्थकों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं शिवराज
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद से शिवराज लगातार समर्थकों और कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। उन्होंने परिणाम के तुरंत बाद छिंदवाड़ा में एक रैली भी की थी। इसके कुछ दिन बाद महिला समर्थकों और अन्य लोगों ने उनकी कार को रोक लिया और उनके मुख्यमंत्री न बनने पर दुख प्रकट किया था। बता दें कि कुछ दिन पहले शिवराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वह कुछ मांगने से बेहतर मरना पसंद करेंगे।
मध्य प्रदेश में भाजपा ने बहुमत से बनाई सरकार
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत के साथ प्रचंड जीत दर्ज की है। पार्टी ने राज्य की 230 सीटों में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है और वो मात्र 66 सीटें जीत पाई है। भाजपा ने मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह के 18 साल के कार्यकाल के बाद मोहन यादव को मुख्यमंत्री, जबकि जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को उपमुख्यमंत्री बनाया है।