लखीमपुर हिंसा: आरोपी आशीष मिश्रा को हुआ डेंगू, अस्पताल में कराया गया भर्ती
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने के आरोपी आशीष मिश्रा को डेंगू हो गया है और उसे जिला जेल के अस्पताल में ही भर्ती कराया गया है।
अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू के लक्षण दिखने के बाद शुक्रवार को आशीष का टेस्ट कराया गया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे पुलिस रिमांड से वापस जिला जेल के अस्पताल भेज दिया गया है।
पृष्ठभूमि
लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री के दौरे के समय हुई थी हिंसा
बता दें कि लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें चार किसान मारे गए।
बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया।
गिरफ्तारी
पूछताछ में सहयोग न करने के लिए गिरफ्तार किया गया था आशीष
मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे पूछताछ में सहयोग न करने और अपने दावों के समर्थन में सबूत पेश न कर पाने के कारण गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तारी से पहले उससे लगभग 12 घंटे पूछताछ की गई थी। आशीष को शुक्रवार को दो और दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया था।
मामले में अब तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
जांच
घटनाक्रम को रिक्रिएट करने के लिए आशीष को घटनास्थल लेकर गई थी पुलिस
अपनी जांच के दौरान पुलिस आशीष मिश्रा को 14 अक्टूबर को घटनास्थल पर भी लेकर गई थी और यहां पूरे घटनाक्रम को "रिक्रिएट" किया था।
इसके लिए उसने अपनी जीप और पुतलों का इस्तेमाल किया। जीप को हाई स्पीड में घटनास्थल पर लाया गया और यह किसानों की जगह रखे हुए पुतलों को कुचलते हुए निकल गई।
पुलिस आशीष के साथ-साथ उसके दोस्त और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास को भी मौके पर लेकर पहुंची थी।
मांग
विपक्ष मांग रहा है मंत्री का इस्तीफा
मामले में विपक्ष भी हमलावर बना हुआ है और आशीष के पिता अजय मिश्रा का मंत्री पद से इस्तीफा मांग रहा है। इसी महीने इस संबंध में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मंडल राष्ट्रपति से मिला था और उनसे मिश्रा को बर्खास्त करने का अनुरोध किया था। राष्ट्रपति ने उन्हें मामले पर सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है।
मिश्रा पहले ही कह चुके हैं कि वह इस्तीफा नहीं देंगे।