
कर्नाटक: मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के कार्यकाल के 2.5 साल पूरे, मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव की अटकलें
क्या है खबर?
कर्नाटक में बड़ी सियासी हलचल के संकेत मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 13 अक्टूबर को सभी कैबिनेट मंत्रियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया है। खबर है कि सिद्धारमैया अपने कैबिनेट में से आधे मंत्रियों की छुट्टी कर सकते हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के साथ चर्चा के दौरान भी मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर कैबिनेट में फेरबदल के संकेत दिए थे। सिद्धारमैया अपने कार्यकाल के 2.5 साल पूरे होने पर इस तरह का कदम उठा सकते हैं।
रिपोर्ट
मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं 15 नए चेहरे
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि सिद्धारमैया का लक्ष्य मौजूदा मंत्रियों में से 50 प्रतिशत को हटाकर नए चेहरे लाना है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि नवंबर में लगभग 15 नए मंत्रियों को शामिल करने से आलाकमान के लिए मुख्यमंत्री को तुरंत बदलना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि तब तक एक नया मंत्रिमंडल पहले ही बन चुका होगा। बिहार विधानसभा चुनावों के बाद ऐसा कोई कदम उठाया जा सकता है।
वजह
क्यों हो रही मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चा?
दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद सिद्धारमैया के साथ ही डीके शिवकुमार का नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में था। हालांकि, आलाकमान ने सिद्धारमैया को कमान सौंपी। तब दावा किया गया कि सिद्धारमैया का कार्यकाल ढाई साल का होगा और बचे हुए कार्यकाल के लिए शिवकुमार को कमान मिलेगी। नवंबर में सिद्धारमैया सरकार को ढाई साल हो रहे हैं। इस वजह से वे मंत्रिमंडल में बदलाव कर पार्टी के भीतर स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।
बयान
बदलाव की अटकलों पर क्या बोले शिवकुमार?
संभावित अटकलों पर बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, "मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है, यह मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया गया है। हम सभी पार्टी के लिए काम करते हैं। मैं इसमें कोई दखल नहीं दूंगा, केवल सुझाव दे सकता हूं। किसी को भी भ्रम नहीं फैलाना चाहिए।" वहीं, गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया खुद साफ कर चुके हैं कि वे 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। सरकार या पार्टी के अंदर कोई भ्रम नहीं है।"
पिछले विवाद
पहले भी होती रही हैं नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाएं
ये पहली बार नहीं है, जब कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें सामने आई हैं। जुलाई में कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन ने दावा किया कि शिवकुमार 2-3 महीने में मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इस पर विवाद हुआ तो शिवकुमार ने कहा कि उनके पास सिद्धारमैया के साथ खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। तब कर्नाटक प्रभारी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि नेतृत्व परिवर्तन की कोई योजना नहीं है।