
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार बोले- मेरे पास कोई विकल्प नहीं, सिद्धारमैया के साथ खड़ा हूं
क्या है खबर?
कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों के बीच उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बुधवार को मीडिया से कहा कि उनके पास सिद्धारमैया के साथ खड़े होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने चिकबल्लापुर में कहा, "मेरे पास क्या विकल्प है? मुझे उनके साथ खड़ा होना है और उनका समर्थन करना है। मुझे कोई आपत्ति नहीं। पार्टी हाईकमान जो कहेगा और जो फैसला करेगा, वो पूरा होगा। मैं कोई चर्चा नहीं चाहता। लाखों कार्यकर्ता इस पार्टी का समर्थन कर रहे हैं।"
जवाब
सिद्धारमैया ने कहा- हां, मैं मुख्यमंत्री रहूंगा
इस बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, हां, मैं 5 साल पूरे करूंगा, तुम्हें संदेह क्यों है?" क्या भाजपा नेता अशोक, विजयेंद्र हमारे हाईकमान हैं? विजयेंद्र, अशोक भाजपा के आदमी हैं, नारायणस्वामी भी भाजपा के नेता हैं। मैंने जो कहा, वही लिखें।" वहीं, कांग्रेस विधायक बीआर पाटिल ने सिद्धारमैया के बारे में अपनी 'भाग्य लॉटरी' वाली टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया कि सिद्धारमैया को उनके 'जन नेतृत्व' के आधार पर पदोन्नति मिली है।
दावा
कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी ने भी सफाई दी
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला बेंगलुरु में थे। उन्होंने भी इस मामले में साफ कहा कि नेतृत्व परिवर्तन का कोई इरादा नहीं है। सुरजेवाला ने कहा था कि वह बेंगलुरु में केवल पार्टी के संगठनात्मक प्रदर्शन और उनकी कांग्रेस सरकार के शासन की समीक्षा करने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की न तो कोई योजना है और न ही इस मामले पर चर्चा की जा रही है।
विवाद
क्या है मामला?
कर्नाटक में सिद्धारमैया की जगह शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा तब शुरू हुई, जब कर्नाटक कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन ने दावा किया कि शिवकुमार 2-3 महीने में मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने कहा था कि सभी जानते हैं कि कर्नाटक में जीत हासिल करने के लिए किसने संघर्ष, पसीना, प्रयास और रुचि दिखाई। उनकी (शिवकुमार की) रणनीति और कार्यक्रम अब इतिहास हैं। सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना और बसवराज शिवगंगा ने भी यही दावा करके चर्चा को हवा दी।