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सिद्धारमैया ने जाति सर्वेक्षण में भाग न लेने पर नारायण और सुधा मूर्ति पर नाराजगी जताई
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति से नाराज

सिद्धारमैया ने जाति सर्वेक्षण में भाग न लेने पर नारायण और सुधा मूर्ति पर नाराजगी जताई

लेखन गजेंद्र
Oct 17, 2025
04:56 pm

क्या है खबर?

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य सरकार के सामाजिक शैक्षणिक सर्वेक्षण में भाग लेने से इनकार करने पर इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति पर नाराजगी जताई है। सिद्धारमैया ने कहा कि उन्हें यह गलत जानकारी दी गई है कि यह सर्वेक्षण केवल पिछड़े वर्गों के बारे हैं, जबकि यह सभी जातियों के लिए है। कांग्रेस नेता ने यहां तक कहा कि इंफोसिस के संस्थापक होने से क्या वे सर्वज्ञाता हो गए हैं।

नाराजगी

सिद्धारमैया ने क्या कहा?

सिद्धारमैया ने पत्रकारों के मूर्ति दंपति से जुड़े सवाल पर कहा, "क्या इंफोसिस वाले कोई विशेषज्ञ हैं? हम 20 बार कह चुके हैं कि यह पिछड़े वर्गों का सर्वेक्षण नहीं, बल्कि सभी के लिए सर्वेक्षण है। अगर उन्हें यह बात समझ नहीं आती, तो हम क्या कर सकते हैं? चाहे यह अज्ञानता हो या जानबूझकर, उन्हें यह बात पता है। क्या सिर्फ इसलिए कि वे इंफोसिस में हैं, उन्हें सब कुछ पता है?"

कटाक्ष

गलत जानकारी फैलाई जा रही- सिद्धारमैया

सिद्धारमैया ने आगे कहा, "हमने कई बार स्पष्टीकरण दिया है, इसके बाद भी सुधा और नारायण मूर्ति को लगता है कि यह पिछड़े वर्गों का सर्वेक्षण है। यह गलत है। केंद्र सरकार भी सर्वेक्षण करा रही है। वे क्या करेंगे? हो सकता है कि उनके पास गलत जानकारी हो। सरकार ने विज्ञापनों के जरिए मंत्रियों और मुख्यमंत्री के संदेश लोगों तक पहुंचाए हैं। यह राज्य के 7 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण है। इसे पिछड़े वर्गों का सर्वेक्षण समझना गलत है।"

बयान

क्या है मामला?

कुछ दिन पहले मूर्ति दंपति ने गणनाकर्ताओं से कहा कि वह नहीं चाहते कि सर्वेक्षण करने वाले उनके घर आए। सुधा मूर्ति ने कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा जारी किए गए प्रोफॉर्मा में जानकारी देने से इनकार करने के लिए एक स्व-घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इसमें सुधा ने कन्नड़ में लिखा है, "हम किसी पिछड़े समुदाय से नहीं हैं। इसलिए, हम ऐसे समूहों के लिए सरकार द्वारा आयोजित सर्वेक्षण में भाग नहीं लेंगे।"

जानकारी

18 अक्टूबर तक बढ़ाया गया सर्वेक्षण

कर्नाटक सामाजिक और शैक्षणिक सर्वेक्षण 22 सितंबर से 7 अक्टूबर तक होना था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 18 अक्टूबर किया गया है। सर्वेक्षण में शिक्षक शामिल हैं, इसलिए सरकार ने 18 अक्टूबर तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। हालांकि, बाद में अतिरिक्त कक्षाएं लगेंगी।