जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए मतदान शुरू, 2019 के बाद पहली बार चुनाव
क्या है खबर?
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को राज्यसभा का पहला चुनाव हो रहा है। संसद के उच्च सदन की 4 सीट विधानसभा भंग होने के कारण फरवरी 2021 के बाद से खाली थीं। चुनाव में विधायक अपने मतों का उपयोग करेंगे, जिसमें सत्तारूढ़ जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के नेतृत्व वाले गठबंधन को शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। अगर क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो JKNC 3 और भाजपा 1 सीट जीत सकती है।
चुनाव
क्या है वोटों का गणित?
राज्यसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 विधायक एकल हस्तांतरणीय वोट से मतदान करेंगे। फिलहाल, अभी 88 विधायक मतदान करेंगे। वर्तमान में सत्तारूढ़ JKNC-कांग्रेस गठबंधन के पास 48, भाजपा के पास 28, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के पास 3, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस-आम आदमी पार्टी-कम्युनिस्ट पार्टी के पास 1-1 और 7 निर्दलीय विधायक हैं। PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को JKNC को समर्थन देने की घोषणा की। हालांकि, भाजपा 1 सीट पर जीत पक्की मान रही है।
मैदान
भाजपा ने 3 सीटों पर उतारे हैं उम्मीदवार
भाजपा ने जीत अनिश्चित होने के बावजूद भी 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जम्मू-कश्मीर भाजपा इकाई के पूर्व अध्यक्ष और मंत्री सतपाल शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश महाजन, बडगाम जिले के वरिष्ठ पार्टी नेता अली मोहम्मद मीर मैदान में हैं। भाजपा शर्मा की जीत पक्की मान रही है। JKNC और उसकी सहयोगी कांग्रेस ने चौधरी मुहम्मद रमजान, शम्मी ओबेरॉय, सज्जाद अहमद किचलू, इमरान नबी डार को उतारा है। चौथी सीट के लिए मुकाबला कड़ा है।