शीर्ष नेताओं के शामिल होने से इनकार करने के बाद INDIA की बैठक टली- रिपोर्ट
3 बड़े नेताओं के बैठक में शामिल होने में असमर्थता जाहिर करने के बाद कल 6 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक को टाल दिया गया है। NDTV के सूत्रों के अनुसार, अब ये बैठक दिसंबर के तीसरे हफ्ते में होगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विभिन्न कारणों से बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलाई थी बैठक, होनी थी लोकसभा चुनाव पर चर्चा
बता दें कि कल दिल्ली में होने जा रही INDIA की बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलाई थी। इस बैठक में लोकसभा चुनाव की रणनीति और इसमें सीटों के बंटवारे पर चर्चा होने की उम्मीद थी। ये गठबंधन की कुल चौथी बैठक थी और इससे पहले 3 बैठकें हो चुकी हैं। आखिरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में हुई थी और उसके बाद 3 महीने कोई बैठक नहीं हुई।
सबसे पहले ममता ने जताई थी बैठक में शामिल होने में असमर्थता
सबसे पहले सोमवार को ममता बनर्जी ने INDIA की बैठक में शामिल होने में असमर्थता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, इसलिए उन्हें उत्तर बंगाल में एक कार्यक्रम तय कर लिया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें बैठक की जानकारी होती तो वो कार्यक्रम तय नहीं करतीं और बैठक में जरूर जातीं। ममता के बाद आज नीतीश और अखिलेश ने भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया।
नीतीश ने क्यों बैठक में शामिल होने से इनकार किया था?
अमर उजाला के मुताबिक, जनता दल यूनाइटेड (JDU) के एक नेता ने बताया कि नीतीश को वायरल बुखार हुआ था और उनको डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश को बैठक का न्योता दिया था, उन्होंने तभी उनसे इसमें शामिल में असमर्थता जाहिर कर दी थी। उन्होंने अपनी जगह JDU प्रमुख ललन सिंह और वरिष्ठ मंत्री संजय झा को भेजने की बात कही थी।
अखिलेश की भी नहीं थी बैठक में शामिल होने की योजना
अखिलेश यादव की बात करें तो समाजवादी पार्टी (SP) के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा था कि उनकी दिल्ली में होने जा रही INDIA की बैठक में शामिल होने की कोई योजना नहीं है। आधिकारिक तौर पर इसका कोई कारण नहीं बताया गया, लेकिन NDTV के सूत्रों की मानें तो अखिलेश चाहते हैं कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व खुद उन्हें निजी तौर पर बैठक के लिए आमंत्रित करे। अखिलेश की जगह रामगोपाल यादव बैठक में शामिल होने की खबर थी।
बढ़ गई हैं कांग्रेस और गठबंधन के सदस्यों में दूरियां
बता दें कि INDIA की आखिरी बैठक 3 महीने पहले हुई थी और इसके बाद कांग्रेस और गठबंधन के बाकी सदस्यों के बीच दूरियां बढ़ी हैं। कांग्रेस के विधानसभा चुनावों में व्यस्त रहने के कारण गठबंधन में खास तरक्की नहीं हुई, जिस पर नीतीश ने कहा था कि कांग्रेस के लिए INDIA से ज्यादा अहम विधानसभा चुनाव हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर अखिलेश और कांग्रेस के बीच विवाद हुआ था।
विधानसभा चुनावों के बाद बदल गए हैं INDIA के अंदर समीकरण
INDIA में अभी जो उथल-पुथल मची हुई है, उसे विधानसभा चुनावों के नतीजों से जोड़कर देखा जा रहा है। चुनाव से पहले कांग्रेस गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय पार्टियों पर हावी थी क्योंकि उसने कर्नाटक में भाजपा का करारी मात दी थी। हालांकि, अब 3 अहम राज्यों में उसकी करारी हार के बाद क्षेत्रीय पार्टियां हावी होती दिख रही हैं और कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो गई है। इसका असर सीट बंटवारे पर भी दिख सकता है।