#NewsBytesExplainer: जेपी नड्डा के बाद कौन होगा अगला भाजपा अध्यक्ष और कैसे चुना जाता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में 71 सांसदों को मंत्री बनाया गया है, जिन्हें मंत्रालयों का आवंटन भी कर दिया गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नई कैबिनेट में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ-साथ रसायन और उर्वरक मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे तय हो गया है कि भाजपा को नया अध्यक्ष मिलने वाला है। आइए जानते हैं कि भाजपा कैसे अपना अध्यक्ष चुनती है।
कैसे होता है भाजपा के अध्यक्ष का चुनाव?
फरवरी, 2024 में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर एक प्रस्ताव पारित हुआ था। इसके मुताबिक पद खाली होने पर संसदीय बोर्ड अध्यक्ष की नियुक्ति करेगा। भाजपा के पार्टी संविधान की धारा-19 में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कुछ नियम भी बनाए गए हैं। इनके मुताबिक राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषदों के सदस्य मिलकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करते हैं। अध्यक्ष का चुनाव राष्ट्रीय कार्यकारिणी के नियमों के मुताबिक होता है।
कब शुरू हो सकती है प्रक्रिया?
बता दें कि नड्डा का विस्तारित कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। माना जा रहा है कि पार्टी का संसदीय बोर्ड नड्डा के कार्यकाल को तब तक बढ़ा सकता है, जब तक कि नए अध्यक्ष का चयन नहीं कर लिया जाता। हालांकि, कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव भी चर्चा में है। 2020 में नड्डा को भी अध्यक्ष बनाए जाने से पहले कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
अध्यक्ष बनने के लिए क्या है योग्यता?
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए सबसे जरूरी है कि नामांकन करने वाला व्यक्ति कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य रहा हो। प्रदेश या राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कम से कम 20 सदस्य अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए किसी व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। इस प्रस्ताव पर कम से कम 5 प्रदेशों के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति होनी जरूरी है।
कितना होता है अध्यक्ष का कार्यकाल?
भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है और एक व्यक्ति लगातार 2 बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है। अध्यक्ष के अलावा पार्टी से जुड़े सभी कार्यकारिणी, परिषद, समिति और उसके पदाधिकारियों और सदस्यों का कार्यकाल भी 3 साल का होता है। भाजपा का सदस्य वे सभी व्यक्ति बन सकते हैं, जिनकी उम्र 18 साल या उससे अधिक हो और उनका किसी दूसरी राजनीतिक पार्टी से संबंध नहीं हो।
अध्यक्ष पद की रेस में कौन-कौन हैं?
अध्यक्ष पद के लिए विनोद तावड़े का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। महाराष्ट्र से आने वाले तावड़े राज्य स्तर पर मंत्री रह चुके हैं और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदाय से आते हैं। वे वर्तमान में बिहार के प्रभारी महासचिव हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल का नाम भी चर्चा में हैं। उन्हें गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पूर्व प्रचारक रह चुके हैं।
ये भी हैं दावेदार
भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष भी अध्यक्ष पद के दावेदार हैं। संतोष भी RSS से जुड़े रहे हैं। एक और नाम राजस्थान से ओम प्रकाश माथुर का है। उन्हें प्रधानमंत्री मोदी का करीबी माना जाता है। वे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में प्रभारी नियुक्त किए गए थे। इसके अलावा चर्चाएं हैं कि भाजपा किसी महिला को अध्यक्ष बनाकर चौंका सकती है। महिला आरक्षण और आधी आबादी के प्रति पार्टी के फैसलों को देखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।