चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक, नेता विपक्ष पद को लेकर सामने आई गुटबाजी
हरियाणा विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में विधायक दल का नेता चुने जाने को लेकर भी खींचतान हो रही है। आज (18 अक्टूबर) को चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसमें अशोक गहलोत, अजय माकन और प्रताप सिंह बाजवा समेत सभी विधायक मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि जुलाना से विधायक विनेश फोगाट, अंबाला सिटी से निर्मल सिंह और पंचकूला से विधायक चंद्रमोहन बिश्नोई बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर आ गए।
नेता विपक्ष पद को लेकर सामने आई गुटबाजी
कांग्रेस में नेता विपक्ष पद को लेकर अलग-अलग गुट दावेदारी कर रहे हैं। 2019 में इस पद पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे। इस बार सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा का गुट भी दावेदारी कर रहा है। हाल ही में हुड्डा ने 31 विधायकों के साथ दिल्ली में आपातकालीन बैठक बुलाई थी। इसे हुड्डा के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया था। नेता विपक्ष पद को लेकर गीता भुक्कल, अशोक अरोड़ा और चंद्रमोहन बिश्नोई की दावेदारी बताई जा रही है।
विधानसभा चुनावों में किसे मिली कितनी सीटें?
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है, वहीं कांग्रेस ने कुल 37 सीटें जीती हैं। भाजपा के पास अब 51 विधायक हो गए हैं। यह भाजपा की लगातार तीसरी जीत है। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 2 सीटें मिली हैं। जननायक जनता पार्टी बुरी तरह हारी है। पिछले विधानसभा चुनाव में उसके पास 10 विधायक थे। आम आदमी पार्टी का प्रदेश में खाता नहीं खुल सका।