गुलाम नबी आजाद ने किया अपनी नई पार्टी के नाम का ऐलान, झंडा भी जारी किया
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पिछले महीने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सोमवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी के नाम का ऐलान कर दिया।
उन्होंने अपनी पार्टी का नाम 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' रखा है। इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी का झंडा भी जारी किया है।
पार्टी के नाम का ऐलान करने के बाद आजाद ने कहा कि यह पार्टी पूरी तरह लोकतांत्रिक होगी। सबसे पहले उनकी प्राथमिकता पार्टी को पंजीकृत कराने की है।
बयान
हमारी सोच और विचारधारा होगी स्वतंत्र- आजाद
श्रीनगर में नई पार्टी के नाम का ऐलान करने के बाद आजाद ने कहा, "हमारी सोच और विचारधारा पूरी तरह स्वतंत्रत होगी। यह एक लोकतांत्रिक पार्टी होगी। हमारी पहली प्राथमिकता पार्टी को पंजीकृत करने की होगी। चुनाव किसी भी समय हो सकते हैं। हम अपनी राजनीतिक गतिविधियों को जारी रखेंगे।"
उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी में धर्म निरपेक्ष लोग ही शामिल हो सकते हैं। उन्होंने जनता के सुझाव के आधार पर ही पार्टी का नाम तय किया है।"
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें पार्टी के नाम के ऐलान का वीडियो
Former Rajya Sabha member ghulam nabi Azad Monday a new party' loncher in Jammu,
— Saurabh Tiwari (शांडिल्य) (@subhamt356) September 26, 2022
A month after dumping the congress party.
Ghulam Nabi Azad announces his new party name as
“Democratic Azad Party”.
Democratic Azad party is neither democratic nor Azad.
What do you guys think? pic.twitter.com/GdPFz60cN8
झंडा
आजाद ने बताया पार्टी के झंडे के रंगों का मतलब
पार्टी के नाम की घोषणा के बाद आजाद ने आधिकारिक झंडे का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि झंडे का पीला रंग रचनात्मकता, एकता और विविधता को दर्शाता है। सफेद रंग शांति और नीला रंग स्वतंत्रता, खुले विचार, कल्पना और सागर की गहराई से आकाश की ऊंचाई तक को दिखाता है।
उन्होंने कहा कि लोगों ने उर्दू, संस्कृति, हिंदी में नाम सुझाए थे। हालांकि, उन्हें लोकतांत्रिक, शांति और स्वतंत्रता के समावेश वाला नाम चाहिए था।
पृष्ठभूमि
आजाद ने 26 अगस्त को दिया था इस्तीफा
बता दें कि आजाद ने 26 अगस्त को राहुल गांधी और आलाकमान के खिलाफ नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में लिखा था कि आपके नेतृत्व में पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन 2013 में राहुल गांधी के उपाध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को साइडलाइन कर दिया और अध्यादेश फाड़कर बचकाना व्यवहार दिखाया था। सारे फैसले राहुल गांधी और निजी सहायक ले रहे हैं।
ऐलान
आजाद ने इस्तीफे के बाद किया था नई पार्टी बनाने का ऐलान
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद आजाद ने भाजपा में शामिल होने के कयासों का खंडन करते हुए नई पार्टी बनाने का भी ऐलान कर दिया था।
उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में नई पार्टी का गठन करेंगे और राष्ट्रीय स्तर पर संभावनाएं बाद में तलाशी जाएंगी।
रविवार को श्रीनगर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी बनाने के लिए किसी अन्य पार्टी से सलाह नहीं ली है। उनकी पार्टी की विचारधारा गांधीजी पर आधारित होगी।
उद्देश्य
न्यूजबाइट्स प्लस
आजाद के नए पार्टी का ऐलान करने का उद्देश्य विधानसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर में अपने पैर मजबूत करना हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इस साल विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में ये पहले विधानसभा चुनाव होंगे।
आजाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अगर चुनाव में उनकी पार्टी अकेले दम पर कुछ सीटें जीतने में सफल रहती है तो वह चुनाव के बाद किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं।