गुलाम नबी आजाद को आतंकियों से मिली धमकी, पोस्टर भी जारी किया
क्या है खबर?
कांग्रेस का दामन छोड़कर जम्मू-कश्मीर में नई पार्टी के गठन की तैयारी में जुटे दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को आतंकवादी संगठन से धमकी मिली है।
आतंकी संगठन ने सोशल मीडिया पर धमकी से जुड़ा पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें आजाद को गद्दार करार दिया गया है। यह धमकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह रेसिसटेंस फ्रंट टेरर (RFT) की ओर से दी गई है।
इस धमकी के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आजाद की सुरक्षा बढ़ा दी है।
पोस्टर
आतंकी संगठन ने पोस्टर में क्या लिखा?
इंडिया टुडे के अनुसार, आतंकी संगठन की ओर से जारी किए गए पोस्टर में लिखा गया है, 'गद्दार के दिल में कोई वफादारी नहीं होती, केवल भरोसेमंद दिखने का झूठा नाटक होता है।' पोस्टर के जरिए आजाद को 'राजनीतिक गिरगिट' भी बताया गया है।
इसके अलावा संगठन ने पोस्टर में यह भी दावा किया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से बंद दरवाजों में भी मुलाकात की थी।
बयान
आजाद ने अनुच्छेद 370 को लेकर दिया था बयान
आजाद ने रविवार को जम्मू में आयोजित एक रैली में कहा था, "मैं अनुच्छेद 370 की बहाली पर लोगों को गुमराह नहीं करूंगा। यह वापस नहीं आएगा। इसके लिए संसद में दो तिहाई बहुमत चाहिए। मुझे मेरे जीवन में कांग्रेस 350-360 सीटें लाती नहीं दिख रही है।'
उन्होंने कहा था, "अनुच्छेद 370 को प्रधानमंत्री मोदी कृषि कानूनों को निरस्त करने की तरह बहाल कर सकते हैं, लेकिन मैं उन्हें या उनके मंत्रिमंडल को इस पर राजी नहीं कर सकता।"
जानकारी
आजाद ने किया डोभाल से मिलने से इनकार
आतंकी संगठन की धमकी का पोस्टर सामने आने के बाद आजाद ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन में अजीत डोभाल से कभी नहीं मिले हैं। हालांकि, इसके बाद आतंकी संगठन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
पृष्ठभूमि
आजाद ने 26 अगस्त को दिया था कांग्रेस से इस्तीफा
शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे गुलाम नबी ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। सोनिया गांधी को भेजे गए अपने इस्तीफे में उन्होंने राहुल गांधी के कामकाज करने के तरीके पर गंभीर सवाल उठाए थे।
उन्होंने कहा था कि राहुल ने पार्टी का खाका नष्ट कर दिया है और अनुभवी नेताओं का साइडलाइन कर बिना अनुभव वाले नेताओं को तवज्जो दी गई।
इसके बाद उन्होंने 4 सितंबर को नई पार्टी बनाने का ऐलान किया।
रैलियां
मिशन कश्मीर के हिस्से के रूप में रैलियां निकालने जा रहे हैं आजाद
नई पार्टी बनाने का ऐलान करने के बाद आजाद केंद्र शासित प्रदेश में अपनी पैठ को और मजबूत करने के लिए मिशन कश्मीर के हिस्से के रूप में रैलियां आयोजित करने जा रहे हैं।
उनका कहना है कि उनका दिल जम्मू कश्मीर के लिए धड़कता है और उनके लिए सभी लोग बराबर हैं।
ऐसे में उनकी रैलियों से पहले आतंकी संगठन की ओर से धमकी मिलना बड़ी बात मानी जा रही है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
समर्थन
आजाद के समर्थन में कई नेताओं ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
आजाद के इस्तीफा देने के बाद से जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस में इस्तीफा देने वालों की झड़ी सी लग गई। अब तक करीब 90 नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं और उन्होंने आजाद की नई पार्टी में शामिल होने की बात कही है।
इन नेताओं में पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी, घारू चौधरी, मनोहर लाल शर्मा, महासचिव बलवान सिंह, गुलाम हैदर मालिक, विनोद शर्मा, विनोद मिश्रा सहित नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष भी शामिल हैं।