उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: भाजपा में शामिल हुए जनरल बिपिन रावत के भाई विजय रावत
क्या है खबर?
उत्तराखंड में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले दिवंगत चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के भाई सेवानिवृत्त कर्नल विजय रावत बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए।
उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों की उपस्थिति में दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
चुनाव से पहले रावत का भाजपा में शामिल होना भगवा पार्टी को मजबूती देने वाला कदम माना जा रहा है।
पृष्ठभूमि
भाजपा में शामिल होने से पहले रावत ने की थी मुख्यमंत्री से मुलाकात
बता दें कि कर्नल रावत ने भाजपा का दामन थामने से पहले दोपहर में मुख्यमंत्री धामी से मुलाकता की थी।
उनका कहना था कि उनके परिवर और भाजपा की विचारधारा बहुत मिलती है। ऐसे में वह भाजपा में शामिल होकर जनता की सेवा करना चाहते हैं। अगर पार्टी की मंजूरी मिलती है तो वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों के तहत शाम को उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।
बयान
करना चाहता हूं उत्तराखंड के लोगों की सेवा- कर्नल रावत
भाजपा में शामिल होने के बाद कर्नल रावत ने कहा, "मेरे पिता सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद भाजपा के साथ थे। अब मुझे भी अवसर मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि और दूरगामी विचारधारा ने उन्हें देश के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया है।"
उन्होंने कहा, "मैं आभारी हूं कि मुझे भाजपा में शामिल होने का मौका मिला। भाजपा के काम की सभी प्रशंसा करते हैं। लोग वास्तविक कल्याण और प्रगति चाहते हैं।"
बयान
"मेरे भाई के विचारों से मेल खाते हैं मुख्यमंत्री धामी के विचार"
कर्नल रावत ने कहा, "राज्य के लिए मुख्यमंत्री धामी का दृष्टिकोण मेरे भाई (दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत) के विचारों से पूरी तरह मेल खाते हैं। ऐसे में वह अब भाजपा के साथ काम कर उन विचारों को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।"
खुशी
मुख्यमंत्री धामी ने भी जताई खुशी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "हमें खुशी है कि जनरल बिपिन रावत के भाई हमसे जुड़े हैं। मैं ज्यादा खुश हूं क्योंकि मैं भी एक फौजी का बेटा हूं। जनरल रावत को खोने के बाद से हम खालीपन महसूस कर रहे हैं, लेकिन अब उनके भाई हमारे साथ हैं।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के काम से प्रेरित होकर विजय रावत हमसे जुड़े हैं। उनका बेटा भी सेना में है। परिवार की तीन पीढ़ियां सेना में हैं। हम उनका स्वागत करते हैं।"
हादसा
8 दिसंबर को क्रैश हुआ था जनरल रावत का हेलीकॉप्टर
बता दें कि 8 दिसंबर को जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 14 लोगों को ले जा रहा वायुसेना का Mi-17V5 हेलीकॉप्टर तमिलनाडु के कोयंबटूर में क्रैश हो गया था।
जनरल रावत सुलूर हवाई अड्डे से वेलिंगटन एक कॉलेज में लैक्चर देने के लिए जा रहे थे और इसी दौरान कुनूर में हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया।
घटना में जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोग मारे गए थे, वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की इलाज के दौरान मौत हुई।
विधानसभा चुनाव
उत्तराखंड में कब होंगे चुनाव?
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड में 14 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा।
इसके बाद उत्तराखंड और चार अन्य राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राज्य में चुनाव के लिए सभी दलों की जोर-शोर से तैयारी चल रही है। हालांकि, कोरोना महामारी के कारण प्रचार अभियान को गति नहीं मिली है।
वहां भाजपा, कांग्रेस, AAP, बसपा सहित कई प्रमुख दल मैदान में हैं।
पिछला परिणाम
न्यूजबाइट्स प्लस (इंफो)
उत्तराखंड में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं। 2017 में भाजपा ने स्वीप करते हुए 57 सीटें हासिल की थीं और राज्य में सरकार बनाई थी।
कांग्रेस मात्र 11 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी, वहीं दो सीटों पर निर्दलियों ने जीत का झंडा लहराया था। चुनाव बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे।
बाद में उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था, बाद में उन्हें भी हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बना दिया गया।