पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव: पिछली बार किस राज्य में किस पार्टी ने मारी थी बाजी?
क्या है खबर?
चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है।
चुनावों की शुरुआत 10 फरवरी से होगी और 10 मार्च को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
पंजाब, गोवा, उत्तराखंड में एक-एक, मणिपुर में दो और उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा।
यह तो रही आगामी चुनावों की बात, अब एक बार इन राज्यों के पिछले चुनाव परिणामों पर भी नजर डालकर जान लेते हैं कि पिछली बार बाजी किसके हाथ लगी थी।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने 325 सीटें जीतकर बनाई थी सरकार
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 403 सीटें हैं। 2017 में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 324 सीटें जीती थीं और राज्य में सरकार बनाई थी।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और 54 सीटें जीती थीं। इनमें से सपा ने 47 और कांग्रेस ने सात सीटें जीती थीं। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी।
चुनाव बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।
पंजाब
पंजाब में कांग्रेस ने बनाई थी सरकार
पंजाब में कुल 117 विधानसभा सीटें हैं। 2017 में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में सरकार बनाई थी।
आम आदमी पार्टी 20 सीटें जीतकर दूसरे नंबर पर रही थी, वहीं भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन ने 18 सीटें मिली थीं। इनमें से 15 सीट अकाली दल और तीन सीट भाजपा ने जीती थीं।
चुनाव बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे। पिछले साल उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया।
उत्तराखंड
उत्तराखंड में भाजपा ने बनाई थी सरकार
उत्तराखंड में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं। 2017 में भाजपा ने स्वीप करते हुए 57 सीटें हासिल की थीं और राज्य में सरकार बनाई थी।
कांग्रेस मात्र 11 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई थी, वहीं दो सीटों पर निर्दलियों ने जीत का झंडा लहराया था।
चुनाव बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री बने थे। बाद में उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था, बाद में उन्हें भी हटाकर पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बना दिया गया।
मणिपुर
मणिपुर में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस ने जीती, सरकार भाजपा ने बनाई
मणिपुर में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं और 2017 में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 28 सीटें जीती थीं, वहीं भाजपा 21 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी।
नागा पीपल्स फ्रंट और नेशनल पीपल्स पार्टी ने चार-चार सीटें जीती थीं।
चुनाव बाद भाजपा अन्य पार्टियों से जोड़-तोड़ कर सरकार बनाने में सफल रही थी और एन बीरेन सिंह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुए थे।
गोवा
गोवा में कम सीटों के बावजूद भाजपा ने बनाई सरकार
गोवा में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं । 2017 में यहां भी किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 17 सीटें जीती थीं, वहीं भाजपा ने 13 सीटें जीती थीं।
महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और निर्दलियों ने तीन-तीन सीटें जीती थीं, वहीं एक सीट NCP के हिस्से आई थी।
यहां भी भाजपा ने जोड़-तोड़ कर सरकार बनाई थी और मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बने थे। उनके निधन के बाद प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री बने।