नंदीग्राम: चुनाव आयोग ने खारिज की दोबारा मतगणना की TMC की मांग, कोर्ट जाएंगी ममता
चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में दोबारा मतगणना कराने की तृणमूल कांग्रेस (TMC) की मांग को खारिज कर दिया है। इस सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और TMC छोड़ भाजपा में शामिल हुए उनके पुराने साथी सुवेंदु अधिकारी के बीच मुकाबला था। इस मुकाबले में पहले कल ममता के जीतने की खबर आई और फिर अंत में अधिकारी को विजेता घोषित कर दिया गया। इसी कारण TMC ने कुछ गलत होने की आशंका जताते हुए दोबारा मतगणना की मांग की थी।
नंदीग्राम में कल पूरे दिन क्या कुछ हुआ?
कल सुबह मतगणना शुरू होने के बाद शुरूआती दौर में अधिकारी ममता से आगे नजर आए, लेकिन जब दोपहर में ममता के प्रभुत्व वाले इलाकों के वोट खुलने लगे तो ममता ने अधिकारी को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद दोनों उम्मीदवार आगे-पीछे होते रहे और शाम करीब 5:30 बजे ममता के 1,201 वोट से जीतने की खबर आई। एक घंटे बाद ही यह खबर बदल गई और कहा गया कि अधिकारी 1,956 वोटों से जीत गए हैं।
बधाई संदेश में ममता ने कही कोर्ट जाने की बात
शाम को बंगाल की जनता के नाम बधाई संदेश में ममता नंदीग्राम से अपनी हार स्वीकारते हुए नजर आईं, लेकिन साथ ही गड़बड़ी की आशंका जताते हुए कोर्ट जाने की बात कही। उन्होंने कहा, "नंदीग्राम के लोग जो भी फैसला देते हैं, मैं उसे स्वीकार करती हूं। नंदीग्राम एक बलिदान था जिसकी बड़ी जीत के लिए आवश्यकता थी। हम राज्य में जीत गए हैं। लेकिन मैं कोर्ट जाऊंगी क्योंकि मैंने सुना है कि कुछ गड़बड़ियां हुई थीं।"
TMC ने मतगणना खत्म न होने का दावा कर बढ़ाया संशय
अधिकारी की जीत की खबरों के बीच TMC ने शाम 6:35 बजे यह ट्वीट कर संशय और बढ़ा दिया कि नंदीग्राम में मतगणना की प्रक्रिया अभी खत्म नहीं हुई है। इस बीच TMC दोबारा मतगणना की मांग लेकर चुनाव आयोग के पास भी गई जिसने देर रात इस मांग को ठुकरा और अधिकारी को 1,956 वोटों से विजेता घोषित कर दिया। आयोग की वेबसाइट पर भी अधिकारी को विजेता दिखाया गया है।
प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई थी नंदीग्राम
बता दें कि नंदीग्राम ममता और सुवेंदु अधिकारी के बीच प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई थी। यहां एक तरफ इसे अधिकारी और उनके परिवार का गढ़ माना जाता है, वहीं ममता को सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में भी इस इलाके का अहम योगदान रहा है। 2007 में 14 किसानों के मारे जाने के बाद ममता ने किसानों की जमीन को बचाने के लिए 'मां, माटी, मानुष' अभियान चलाया था और इसी की बदौलत 2011 में सत्ता में आई थीं।
क्या रहे बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे?
TMC ने बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है और पहली बार राज्य की सत्ता में आने के भाजपा के मंसूबों को नेस्तनाबूद कर दिया है। जिन 292 सीटों पर चुनाव हुआ था, उनमें से 217 सीट पर TMC ने जीत दर्ज की है। वहीं 200 से अधिक सीटें जीतने का दावा करती आ रही भाजपा मात्र 77 सीटों पर सिमट गई। वामपंथी पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया।