
चुनाव आयोग का फैसला, अब डाक मतपत्रों की गिनती के बाद गिने जाएंगे EVM के वोट
क्या है खबर?
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने वोटों की गिनती को लेकर बड़ा बदलाव किया है। आयोग ने गुरुवार को बताया कि अब डाक के जरिए पड़ने वाले वोटों की गिनती जब तक पूरी नहीं हो जाती, तब तक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के वोट नहीं गिने जाएंगे। आयोग की यह पहली पिछले 6 महीने में किए गए उसके 30 बदलावों में शामिल है। इस संबंध में आयोग ने पत्र जारी कर दिया है।
फैसला
क्या है आयोग का फैसला?
आयोग ने बताया कि अब से EVM-VVPAT के वोटों की गिनती का दूसरा चरण तभी शुरू किया जाएगा, जब डाक मतपत्रों की गणना पूरी हो जाएगी। आयोग ने कहा कि वैसे तो डाक मतपत्रों की गणना EVM के वोटों से पहले हो जाती है, फिर भी यह निर्णय एकरूपता और अधिक स्पष्टता के लिए लिया गया है। आयोग ने डाक मतपत्रों की संख्या अधिक होने पर रिटर्निंग अधिकारियों को पर्याप्त संख्या में मेज और मतगणना कर्मचारी लगाने को कहा है।
नियम
पहले क्या था नियम?
आयोग ने बताया कि मतगणना की प्रक्रिया 2 तरह से होती है, जिसमें एक डाक मतपत्र और दूसरा EVM के वोट शामिल हैं। मतगणना वाले दिन डाक मतपत्र की गिनती सुबह 8 बजे और EVM वोट की गिनती सुबह साढ़े 8 बजे होती है। अभी के नियम के मुताबिक, डाक मतपत्र की गिनती पूरी होए बिना ही EVM की गिनती शुरू कर दी जाती है और कभी-कभी डाक मतपत्र से पहले EVM के वोटों की गिनती पूरी हो जाती थी।
जानकारी
क्यों लिया यह निर्णय?
आयोग का कहना है कि हाल ही में दिव्यांगजनों और 85 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर से मतदान की पहल शुरू की गई है, जिसके बाद से डाक मतपत्रों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है।