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आज अपने समर्थक विधायकों के साथ गोवा से मुंबई लौट सकते हैं एकनाथ शिंदे
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

आज अपने समर्थक विधायकों के साथ गोवा से मुंबई लौट सकते हैं एकनाथ शिंदे

Jul 02, 2022
11:51 am

क्या है खबर?

महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ आज गोवा से मुंबई लौट सकते हैं। 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीती रात दूसरी बार शिंदे गोवा गए थे। गौरतलब है कि शिवसेना से बगावत करने के बाद शिंदे के समर्थक विधायक अभी तक महाराष्ट्र नहीं लौटे हैं। ये विधायक पहले कुछ दिन गुवाहाटी रहे और वहां से गोवा में डेरा डाल लिया। आज इनके मुंबई लौटने के कयास लगाए जा रहे हैं।

महाराष्ट्र विधानसभा

सोमवार को होगा फ्लोर टेस्ट

गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले एकनाथ शिंदे को सोमवार को बहुमत साबित करने को कहा गया है। गौरतलब है कि अपने साथ 50 विधायकों का समर्थन होने का दावा करने वाले शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने हैं। भाजपा और बागी खेमे की कुल संख्या को देखते हुए उनके लिए फ्लोर टेस्ट की राह आसान लग रही है। हालांकि, इससे पहले शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है।

जानकारी

बागियों पर लटक रही अयोग्यता की तलवार

शिवसेना के बागी विधायकों पर अयोग्यता की तलवार भी लटक रही है। दरअसल, बगावत के बाद शिवसेना ने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर से शिंदे समेत 16 विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। इस पर डिप्टी स्पीकर की तरफ से विधायकों को नोटिस दिया गया था। इसके खिलाफ बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए, जहां से उन्हें राहत मिल गई। इन विधायकों को 12 जुलाई तक नोटिस का जवाब देना है।

कानूनी लड़ाई

शिवसेना भी पहुंची सुप्रीम कोर्ट

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का गुट नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाले खेमे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। ठाकरे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की है कि शिवसेना में बगावत करने वाले विधायकों को विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने से रोका जाए क्योंकि इनकी अयोग्यता को लेकर भेजे गए नोटिस अभी लंबित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई को इस पर सुनवाई करने की बात कही है।

ताजा घटनाक्रम

शिवसेना से निष्कासित किए गए शिंदे

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इससे पहले शुक्रवार को उन्हें इसी आधार पर संगठन में नेता पद से हटाया गया था। बता दें, शिवसेना में बगावत शुरू होने के बाद से ही पार्टी पर दावे को लेकर लड़ाई बढ़ती जा रही है। शिंदे ने खुद को शिवसेना का नेता बताते हुए कहा कि ठाकरे के पास अब बहुमत नहीं है।

बयान

शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं शिंदे- ठाकरे

शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ठाकरे ने कहा था, "जिस तरीके से सरकार बनाई गई है और एक तथाकथित शिवसेना कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है, मैंने यही बात अमित शाह से कही थी। यही काम 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद सम्मानजनक तरीके से किया जा सकता था।"उन्होंने आगे कहा, "यह मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं है। अगर शिवसेना वहां नहीं है तो शिवसेना का मुख्यमंत्री भी नहीं हो सकता।"