महाराष्ट्र: देवेंद्र फड़णवीस ने दूसरी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, अजित पवार बने उप मुख्यमंत्री
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में नाटकीय सियासी घटनाक्रम के बीच देवेंद्र फड़णवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
शुक्रवार शाम तक कांग्रेस, शिवसेना और NCP के बीच सरकार गठन को लेकर बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद शरद पवार ने कहा था कि तीनों पार्टियां मिलकर सरकार बनाएगी। इसे लेकर आज भी इन तीनों पार्टियों की बैठक होनी थी।
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अजित पवार के समर्थन से फड़णवीस बने मुख्यमंत्री
Mumbai: Devendra Fadnavis takes oath as Maharashtra Chief Minister again, oath administered by Governor Bhagat Singh Koshyari at Raj Bhawan pic.twitter.com/PiRuq9SkYh
— ANI (@ANI) November 23, 2019
जानकारी
शनिवार सुबह हटा राष्ट्रपति शासन
राज्य में किसी पार्टी की सरकार न बनते देख 12 नवंबर को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। इसे 23 नवंबर यानी शनिवार की सुबह हटा लिया गया। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी हो चुका है।
प्रतिक्रिया
शपथ के बाद क्या बोले फड़णवीस और अजीत पवार?
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद फड़णवीस ने कहा, "हमें साफ जनादेश मिला था, लेकिन शिवसेना ने दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन करने की कोशिश की। इस वजह से राष्ट्रपति शासन लगा। महाराष्ट्र को एक स्थिर सरकार की जरूरत है न कि खिचड़ी सरकार की।"
वहीं अजित पवार ने कहा कि कोई भी पार्टी राज्य में सरकार नहीं बना सकी। राज्य कई समस्याओं का सामना कर रहा है इसलिए उन्होंने स्थिर सरकार बनाने का विचार किया है।
जानकारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे उद्धव और शरद पवार
महाराष्ट्र में अचानक हुई इस सियासी पटकथा को लेकर शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार दोपहर 12:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे।
प्रतिक्रिया
शरद पवार बोले- भाजपा को समर्थन देना अजित का फैसला, पार्टी का नहीं
अजित पवार के शिवसेना के साथ जाने पर पार्टी अध्यक्ष शरद पवार का बयान आया है। उन्होंने कहा कि अजित का भाजपा को समर्थन देना उनका निजी फैसला है और यह पार्टी का फैसला नहीं है। उन्होंने कहा, "हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हम इस फैसले का समर्थन नहीं करते।"
हालांकि, कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि शरद पवार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र सरकार के गठन के लिए चर्चा का हिस्सा थे।
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प्रधानमंत्री मोदी ने फड़णवीस और अजित पवार को दी बधाई
Congratulations to @Dev_Fadnavis Ji and @AjitPawarSpeaks Ji on taking oath as the CM and Deputy CM of Maharashtra respectively. I am confident they will work diligently for the bright future of Maharashtra.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2019
शिवसेना की प्रतिक्रिया
अजित पवार ने अंधेरे में डाका डाला- राउत
फड़णवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत का बयान आया है। उन्होंने कहा कि सत्ता और पैसे के बल पर यह पूरा खेल हुआ है। अजित पवार और उनके साथियों ने छत्रपति शिवाजी का नाम बदनाम किया है।
राउत ने कहा कि अजित पवार ने अंधेरे में डाका डाला है और उन्होंने शरद पवार को धोखा दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल भी इसमें शामिल हैं। राजभवन की शक्तियों का दुरुपयोग हुआ है।
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अजित पवार नजर नहीं मिला पा रहे हैं- राउत
#WATCH Sanjay Raut, Shiv Sena: Kal 9 baje tak ye mahashaye (Ajit Pawar) hamare saath baithe the, achanak se gayab ho gaye baad mein. Vo nazro se nazre mila kar nahi bol rahe the, jo vyakti paap karne jata hai uski nazar jaise jhukti hai, waise jhuki nazro se baat kar rahe the. pic.twitter.com/dL6olqXFK9
— ANI (@ANI) November 23, 2019
प्रतिक्रिया
चंद्रकांत पाटिल बोले- संजय राउत ने शिवसेना को बर्बाद किया
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा, "मतदाताओं ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए वोट दिया था। हमें 161 सीटें मिली थीं, लेकिन शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया। उन्होंने पहले से विकल्प तलाशने शुरू कर दिए थे।"
उन्होंने कहा कि संजय राउत को अब चुप रहना चाहिए। उन्होंने शिव सेना को बर्बाद कर दिया है।
भाजपा के गिरीश महाजन ने कहा अजित पवार विधायक दल के नेता हैं और उनके समर्थन का मतलब है कि पार्टी ने समर्थन दिया है।
नतीजे
ये रहे थे विधानसभा चुनाव के नतीजे
बता दें कि 24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को 105 सीटें मिली और शिवसेना को 56 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
NCP ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
शिवसेना और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन नतीजों के बाद शिवसेना ने भाजपा से 2.5 साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग की थी, जिस पर भाजपा सहमत नहीं हुई।