
महाराष्ट्र में मंत्रालयों का बंटवारा, देवेंद्र फड़णवीस के हिस्से आया गृह विभाग
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में मंत्रीमंडल विस्तार के बाद अब विभागों का भी बंटवारा हो गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने पास शहरी विकास, लोक निर्माण और परिवहन विभाग रखा है, वहीं उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के पास गृह, वित्त, जल संसाधन, आवास और ऊर्जा विभाग जैसे भारी-भरकम विभाग आए हैं।
भाजपा के राधाकृष्ण विखे पाटिल महाराष्ट्र के नए राजस्व मंत्री और चंद्रकांत पाटिल उच्च और तकनीकी शिक्षा और संसदीय मामलों के मंत्री होंगे।
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दीपक केसरकर को स्कूली शिक्षा विभाग
भाजपा के सुधीर मुंगंतिवर को वन मंत्रालय सौंपा गया है। वो पहले भी यह कार्यभार संभाल चुके थे। शिंदे खेमे को मिले विभागों की बात करें तो दीपक केसरकर को स्कूली शिक्षा और अब्दुल सत्तार को कृषि मंत्रालय सौंपा गया है।
इनके अलावा डॉ विजय कुमार गावित को आदिवासी विकास, गिरीश महाजन को ग्रामीण विकास और पंचायती राज, मेडिकल शिक्षा, खेल और युवा कल्याण, गुलाबराव पाटिल को जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग दिया गया है।
विभागों का बंटवारा
किस मंत्री को मिला कौन सा विभाग?
दादा भूसे को बंदरगाह और खनन, संजय राठौड़ को खाद्य और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, सुरेश खाड़े को श्रम विभाग, संदीपन भुम्रे को रोजगार गारंटी योजना और बागवानी, उदय सामंत को उद्योग, प्रो तानाजी सावंत को जनस्वास्थ्य और परिवार कल्याण, रविंद्र च्वहाण को लोक निर्माण, खाद्य और उपभोक्ता सरंक्षण, अतुल सवे को सहकारिता, अन्य पिछड़ा और बहुजन कल्याण, शंभूराज देसाई को राज्य उत्पाद शुल्क विभाग और मंगल प्रभात लोढ़ा को पर्यटन और महिला बाल विकास विभाग का प्रभार दिया गया है।
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40 दिन बाद हुआ था मंत्रीमंडल विस्तार
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के 40 दिन बाद मंगलवार को मंत्रीमंडल का विस्तार हुआ था।
मुंबई में आयोजित हुए एक भव्य समारोह में कुल 18 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। इसमें भाजपा और शिंदे गुट के नौ-नौ मंत्री शामिल हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत मंत्रीमंडल में कुल सदस्यों की संख्या 20 हो गई थी।
मंंत्रीमंडल में किसी भी महिला को जगह नहीं दी गई है।
सरकार गठन
शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
जून में शिंदे ने शिवसेना के कई विधायकों के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी।
इसके बाद 29 जून को सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके अगले ही दिन शिंदे ने भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। तभी से दोनों दो सदस्यीय कैबिनेट के रूप में काम कर रहे थे।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
मंत्रीमंडल के सभी सदस्य करोड़पति
महाराष्ट्र के सभी मंत्री करोड़पति हैं और इनकी औसत संपत्ति 47.45 करोड़ रुपये है।
सबसे ज्यादा संपत्ति की बात करें तो मालाबार हिल्स से भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा 442.65 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ मंत्रीमंडल में सबसे अमीर मंत्री है। पेशे से बिल्डर लोढ़ा पर 283 करोड़ रुपये की देनदारी है।
सबसे कम संपत्ति भाजपा के संदीपनराव ए भुम्रे के पास है और उन्होंने अपनी संपत्ति 2.92 करोड़ रुपये दिखाई है।