दिल्ली विधानसभा चुनाव: AAP की हार के बाद क्या बंद हो जाएंगी मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाएं?
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार हो गई है। इसके बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या नई भाजपा सरकार AAP की मुफ्त पानी, बिजली और सब्सिडी जैसी योजनाओं को बंद कर देगी।
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार के दौरान कह चुके हैं कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो मुफ्त की योजनाओं को बंद कर देगी।
आइए जानते हैं क्या दिल्ली में ये योजनाएं बंद होने जा रही हैं।
योजनाएं
मुफ्त योजनाओं का क्या होगा?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा पत्र में भाजपा ने मौजूदा योजनाओं को जारी रखने का वादा किया था।
भाजपा ने घोषणा पत्र में कहा था, "हमारी सरकार न केवल मौजूदा योजनाओं को जारी रखेगी, बल्कि इन योजनाओं में भ्रष्टाचार को खत्म करके उन्हें और अधिक प्रभावशाली बनाएगी।" ऐसे में संभावना है कि भाजपा मुफ्त की योजनाओं को जारी रख सकती है।
भाजपा ने खुद कई मुफ्त योजनाओं का ऐलान किया है।
प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा था- योजनाएं बंद नहीं होगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने AAP की मुफ्त योजनाओं को रेवड़ी करार दिया था। इसके बाद केजरीवाल कहने लगे थे कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो सारी योजनाएं बंद कर देंगी।
ये इतना बड़ा मुद्दा बना कि खुद प्रधानमंत्री को आगे आना पड़ा। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली में कहा था कि अगर भाजपा सरकार बनाती है तो किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा, ये मोदी की गारंटी है।
घोषणाएं
भाजपा ने कई मुफ्त योजनाओं का किया है ऐलान
भाजपा ने वादा किया है कि मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं के लिए बस यात्रा जैसी योजनाएं जारी रहेंगी।
गरीब महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपये और 6 पोषण किट दिए जाएंगे।
गरीब परिवारों को 500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलेगा। होली और दिवाली पर एक-एक मुफ्त सिलेंडर दिया जाएगा।
दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना लागू की जाएगी। भाजपा ने पेंशन राशि बढ़ाने का भी वादा किया है।
परिणाम
क्या रहे दिल्ली विधानसभा चुनावों के नतीजे?
दिल्ली चुनावों में भाजपा ने 47 और AAP ने 22 सीटें जीती हैं। कांग्रेस को पिछली बार की तरह इस बार भी एक भी सीट नहीं मिली है। AAP के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन, सौरभ भारद्वाज समेत कई नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा है।
इसी के साथ 27 साल बाद भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है।