
लखनऊ: समाजवादी पार्टी की 'वर्चुअल रैली' में जमा हुई भीड़, जिलाधिकारी ने कहा- अनुमति नहीं ली
क्या है खबर?
शुक्रवार को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर हुई 'वर्चुअल रैली' में हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस भीड़ को संबोधित भी किया।
रैलियों पर प्रतिबंध के चुनाव आयोग के आदेश का उल्लंघन करते हुए ये भीड़ जमा हुई। लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने कहा है कि सपा ने ये कार्यक्रम बिना अनुमति के किया।
उन्होंने जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
सपा ने आज अपने कार्यालय पर 'वर्चुअल रैली' आयोजित की थी जिसमें भाजपा को छोड़कर आए दो मंत्री और उनके समर्थक विधायक पार्टी में शामिल हुए।
इस मौके पर वहां काफी भीड़ जमा हो गई और इस वर्चुअल रैली ने जल्द ही रैली का रूप ले लिया। अखिलेश ने इस भीड़ को संबोधित भी किया और उनसे चुनाव आयोग के नियमों का पालन करने की अपील की।
उन्होंने वर्चुअल रैलियों के जरिए प्रचार करने की बात भी कही।
कार्रवाई
पुलिस ने भीड़ को किया तितर-बितर
जब पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए सपा की वर्चुअल रैली में भीड़ जमा होने की जानकारी मिली तो भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों को भेजा गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर भीड़ को तितर-बितर किया
लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि शहर में जहां भी लोग चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन कर इकट्ठा हो रहे हैं, वहां पुलिस की तैनाती की जा रही है।
कार्रवाई
जिलाधिकारी ने सपा कार्यालय भेजी पुलिस की टीम और मजिस्ट्रेट
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने घटना पर इंडिया टुडे से कहा कि सपा की ये वर्चुअल रैली बिना मंजूरी के आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा, "सूचना मिलने पर पुलिस की टीम और मजिस्ट्रेट को सपा कार्यालय भेजा गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"
बता दें कि चुनाव आयोग ने वर्चुअल रैलियों पर कोई रोक तो नहीं लगाई है, लेकिन कोविड संबंधी नियमों का उल्लंघन करने पर चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है।
कार्यक्रम
कार्यक्रम में सपा में शामिल हुए मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले दो पूर्व भाजपा नेता
गौरतलब है कि जिस कार्यक्रम को लेकर विवाद है, उसमें हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी सपा में शामिल हुए।
इसके अलावा उनके समर्थन वाले छह भाजपा विधायकों ने भी सपा का हाथ थामा। ये सभी नेता सपा प्रमुख अखिलेश यादव की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए।
आने वाले समय में भाजपा से इस्तीफा देने वाले अन्य विधायकों और मंत्री के भी सपा में शामिल होने की संभावना है।
चुनावी कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से शुरू होंगे विधानसभा चुनाव
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर फरवरी और मार्च में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे।
10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे, 20 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी को पांचवें, 3 मार्च को छठवें और 7 मार्च को सातवें चरण की वोटिंग होगी। नतीजे 10 मार्च को आएंगे।
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव होंगे।