कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की वोटिंग खत्म, 19 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की वोटिंग खत्म हो गई है और अब दो दिन बाद 19 अक्टूबर को नतीजे जारी किए जाएंगे। चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर मैदान में हैं। खड़गे का पलड़ा भारी माना जा रहा है, हालांकि थरूर भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। वोट डालने आए कांग्रेस के तमाम नेताओं ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो चुनाव के जरिए अपना अध्यक्ष चुनने जा रही है।
चुनाव में 9,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने डाला वोट
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी के 9,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने देशभर में 67 बूथ स्टेशनों पर वोट डाला। प्रतिनिधियों को QR कोड वाले विशेष पहचान पत्र दिए गए थे और जिन प्रतिनिधियों के पास ये पहचान पत्र थे, उन्हें ही वोट डालने दिया गया। भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा ले रहे प्रतिनिधियों के वोट डालने के लिए कर्नाटक के बेल्लारी में विशेष बूथ स्टेशन बनाया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम वोट डालने वाले पहले प्रतिनिधि रहे।
सोनिया और प्रियंका ने दिल्ली तो राहुल ने कर्नाटक में डाला वोट
कांग्रेस की मौजूदा अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली के अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय पर वोट डाला। प्रियंका गांधी ने भी उनके साथ दिल्ली में ही वोट डाला, वहीं भारत जोड़ो यात्रा कर रहे राहुल गांधी ने बेल्लारी में अपना वोट डाला। मनमोहन सिंह और चिदंबरम ने दिल्ली में वोटिंग की, वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक और शशि थरूर ने केरल में अपना वोट डाला। अन्य प्रतिनिधियों ने अपने-अपने राज्यों के बूथों पर वोट डाला।
उम्मीदवारों ने क्या कहा?
वोटिंग शुरू होने से पहले शशि थरूर ने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस का पुनरुद्धार शुरू हो गया है। आज मैंने खड़गे जी से बात की और कहा कि जो कुछ भी हुआ हो, हम साथी और दोस्त बने रहेंगे।" उन्होंने अपनी जीत का भरोसा जताया। वहीं खड़गे ने कहा कि वह और थरूर दोस्त हैं, दुश्मन नहीं। चुनाव में उनके पक्ष में क्लीन स्वीप के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी नतीजों का अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
अब आगे क्या?
वोटिंग पूरी होने के बाद अब सभी बूथों से बैलेट बॉक्स को सील करके दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय भेजा जाएगा जहां 19 अक्टूबर को काउंटिंग होगी। काउंटिंग में जिस भी प्रत्याशी को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलेंगे, वो कांग्रेस का अगला अध्यक्ष होगा।
लगभग तय है खड़गे का अगला कांग्रेस अध्यक्ष बनना
बता दें कि 80 वर्षीय खड़गे का कांग्रेस का अगला अध्यक्ष बनना लगभग तय है। उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है जिसकी मदद से वह आसानी से जीत जाएंगे। इसके अलावा उनके नामांकन का समर्थन करने वाले नेताओं में भूपेंद्र हुड्डा, दिग्विजय सिंह, पृथ्वीराज चौहान, एके एंटनी और अजय माकन जैसे नेता शामिल हैं। थरूर को किसी बड़े नेता का समर्थन हासिल नहीं है और उन्होंने पार्टी की मौजूदा स्थिति से नाखुश कांग्रेसियों को लुभाने की कोशिश की है।
लगभग 25 साल बाद कांग्रेस को मिलेगा कोई गैर-गांधी अध्यक्ष
पिछले 25 सालों में ये पहली बार होगा जब कांग्रेस को कोई गैर-गांधी अध्यक्ष मिलेगा। इस दौरान केवल सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही पार्टी के अध्यक्ष रहे। सोनिया के नाम सबसे अधिक समय तक पार्टी का अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड है।