कर्नाटक की तर्ज पर बाकी राज्यों के लिए रणनीति बनाएगी कांग्रेस, स्थानीय मुद्दों पर रहेगा ध्यान
कर्नाटक में जीत से उत्साहित कांग्रेस अब इस साल अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है। पार्टी कर्नाटक की तर्ज पर ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की रणनीति बनाने की तैयारी कर रही है। इन राज्यों में भी स्थानीय मुद्दों और मुफ्त में सेवा देने वाली कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान दिया जाएगा। कर्नाटक में इस रणनीति से पार्टी को बहुत फायदा हुआ और वो बड़ी जीत दर्ज करने में कामयाब रही।
कर्नाटक में क्या रही कांग्रेस की रणनीति?
कर्नाटक में कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ा और अडानी और चीन जैसे राष्ट्रीय मुद्दों से पार्टी दूर रही। इसके अलावा कांग्रेस ने गृह लक्ष्मी, युवा निधि, अन्न भाग्य, गृह ज्योति और सखी कार्यक्रम जैसी 5 गारंटी वोटरों को दीं। पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा भी किया। इसी मुद्दे ने कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश में भी जीत दिलाई थी। इससे सीख लेकर पार्टी अब आगामी चुनावों की रणनीति बना रही है।
जनहितैषी मुद्दों को उठाएगी कांग्रेस
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पार्टी आगामी चुनावों में जनहितैषी मुद्दों को उठाएगी। उन्होंने कहा, "लोगों को उन मुद्दों में कोई दिलचस्पी नहीं है, जो उनकी जिंदगी, गांव या राज्य को सीधे प्रभावित नहीं करते। लोग हमसे रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर बात करते हैं। कर्नाटक का उदाहरण हमारे सामने है कि कैसे जनहितैषी मुद्दे उठाने से चुनाव जीतने में मदद मिलती है।" कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी ये बात कह चुके हैं।
युवा चेहरों को मौका और घोषणापत्र जल्द जारी करने पर भी रहेगा फोकस
कांग्रेस ने उदयपुर मंथन में 50 साल से कम उम्र के लोगों को 50 फीसदी टिकट देने का फैसला लिया था। इसी पर अमल करते हुए पार्टी मध्य प्रदेश में युवाओं को ज्यादा मौके देने की संभावना तलाश रही है। रविवार को भोपाल में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के 4 पर्यवेक्षकों ने मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ से मुलाकात की। इसमें फैसला लिया गया कि पार्टी जल्द से जल्द घोषणापत्र तैयार करेगी।
दिग्गज रणनीतिकारों को सौंपी गई जिम्मेदारी
कर्नाटक में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले रणनीतिकार सुनील कानुगोलू को मध्य प्रदेश का जिम्मा सौंपा गया है। पार्टी ने राजनीतिक प्रबंधन कंपनी डिजाइनबोक्स्ड के नरेश अरोड़ा से भी बातचीत में है। अरोड़ा 2021 असम विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने भी स्वयंसेवकों की एक टीम तैयारी की है, जो ग्राउंड रिपोर्ट और उम्मीदवारों की प्रोफाइल तैयार कर रही है।