भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस एक और यात्रा के लिए तैयार, जानिए कैसा होगा प्रारूप
कांग्रेस पार्टी भारत जोड़ो यात्रा के बाद पूर्व से पश्चिम की ओर एक और यात्रा पर विचार कर रही है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 85वें महाधिवेशन के समापन पर पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पासीघाट से पोरबंदर तक यह यात्रा निकाली जाएगी और इसका प्रारूप भारत जोड़ो यात्रा से अलग हो सकता है। इससे पहले रविवार को राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की 'तपस्या' को आगे बढ़ाने का आह्वान किया था।
क्या हो सकता है कांग्रेस की नई यात्रा का प्रारूप?
PTI के अनुसार, जयराम रमेश ने कहा कि नई यात्रा संभवत: अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर तक (पूर्व से पश्चिम ओर) जाएगी। उन्होंने कहा, "कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह और ऊर्जा है। मुझे व्यक्तिगत रूप से भी लगता है कि इसकी आवश्यकता है, लेकिन पूर्व से पश्चिम की ओर इस यात्रा का प्रारूप दक्षिण से उत्तर के लिए निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा के प्रारूप से भिन्न हो सकता है।"
रमेश बोले- नई यात्रा में कम रखा जाएगा साजो-सामान
कांग्रेस महासचिव रमेश ने कहा कि इस यात्रा में बुनियादी ढांचे और अन्य साजो-सामान को भारत जोड़ो यात्रा की तुलना में कम रखा जाएगा और इसमें शामिल यात्रियों की संख्या भी कम हो सकती है। उन्होंने कहा, "पूर्व से पश्चिम की ओर की यह यात्रा काफी हद तक एक पदयात्रा होगी, लेकिन इस मार्ग पर जंगल और नदियां हैं। इसलिए यह एक बहु-मॉडल यात्रा होगी, लेकिन बुनियादी तौर पर यह एक पदयात्रा ही होगी।"
कब शुरू होगी यात्रा?
रमेश ने कहा कि अप्रैल में कर्नाटक में चुनाव होने हैं, जून में बारिश रहेगी और फिर नवंबर में भी अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए जून से पहले या नवंबर से पहले पूर्व से पश्चिम की ओर की यह यात्रा शुरू की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा की अवधि भारत जोड़ो यात्रा की तुलना में कम होगी और इस यात्रा का शेड्यूल अगले कुछ हफ्तों में तय कर लिया जाएगा।
राहुल गांधी ने दिए थे नई यात्रा के संकेत
रविवार को कांग्रेस के महाधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने नई यात्रा के संकेत दिये थे। उन्होंने कहा कि पार्टी को भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से की गई "तपस्या" को आगे बढ़ाने के लिए एक नई योजना तैयार करनी चाहिए और वह पूरे देश के साथ इसमें भाग लेंगे। राहुल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से एक और यात्रा की योजना बनाने पर विचार करने की बात कह रहे थे।
145 दिनों में पूरी हुई थी भारत जोड़ो यात्रा
पिछले साल 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा ने 145 दिनों में करीब 4,000 किलोमीटर का सफर तय किया था। यह यात्रा तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से होकर गुजरी। कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के जरिए अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए एक संदेश देने और देश को एकजुट करने की कोशिश की है।