हिमाचल प्रदेश: कांग्रेस विधायकों ने की राज्यपाल के साथ बदसलूकी, पांच निलंबित
हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के साथ बदसलूकी और धक्का-मुक्की करने के लिए कांग्रेस के पांच विधायकों को निलंबित कर दिया गया है। इन नेताओं ने राज्यपाल के साथ तब बदसलूकी की जब वे विधानसभा में अपना अभिभाषण खत्म करने के बाद अपनी गाड़ी की तरफ जा रहे थे। इससे पहले कांग्रेस विधायकों ने उन्हें विधानसभा में अभिभाषण भी नहीं पढ़ने दिया गया और वे इसकी अंतिम लाइन पढ़कर ही विधानसभा से बाहर आ गए।
क्या है पूरा मामला?
आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नए सत्र के पहले दिन राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय का सदन में अभिभाषण होना था। लेकिन जैसे ही उन्होंने सुबह 11 बजे अपना अभिभाषण शुरू किया, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अगुवाई में कांग्रेस विधायक अपनी सीटों पर खड़े हो गए और हंगामा और नारेबाजी करना शुरू कर दिया। इस हंगामे के कारण राज्यपाल अपना अभिभाषण नहीं पढ़ पाए और इसकी अंतिम लाइन पढ़कर कहा कि पूरे अभिभाण को पढ़ा हुआ माना जाए।
पूरे सत्र के लिए निलंबित किए गए कांग्रेस विधायक
इसके बाद राज्यपाल विधानसभा से निकल कर अपनी गाड़ी की तरफ जाने लगे, लेकिन कांग्रेस विधायकों ने उनका रास्ता रोका और बदसलूकी की। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने तो सदन में दावा किया कि कांग्रेस विधायकों ने राज्यपाल के साथ धक्का-मुक्की की। इस बदसलूकी के लिए उनके प्रस्ताव पर पांच कांग्रेस विधायकों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इन विधायकों में मुकेश अग्निहोत्री, हर्षवर्धन चौहान, सतपाल रायजादा, सुंदर सिंह ठाकुर और विनय कुमार शामिल हैं।
कांग्रेस विधायक बोले- झूठों से भरा था राज्यपाल का अभिभाषण
कांग्रेस विधायकों ने मामले में अपना बचाव करते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण झूठों से भरा था और इसमें रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे मुद्दों को शामिल नहीं किया गया था। वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस विधायकों के व्यवहार की आलोचना करते हुए इसे अनावश्यक बताया है। इस बीच विधानसभा की कार्यवाही को सोमवार दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री 6 मार्च को बजट पेश करेंगे।
कर्नाटक में भी उपसभापति के साथ कांग्रेस विधायकों ने की थी बदसलूकी
बता दें कि इससे पहले कर्नाटक में भी कांग्रेस विधायकों ने विधान परिषद के उपसभापति के साथ बदसलूकी की थी और उन्हें जबरदस्ती कुर्सी से उतार दिया था। दरअसल, सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की इच्छुक भाजपा और JDS ने उपसभापति एसएल धर्मेगौड़ा को स्पीकर की कुर्सी पर को बैठा दिया था। हालांकि कांग्रेस सदस्यों को ये बात पसंद नहीं आई और उन्होंने पहले धर्मेगौडा को खींच कर कुस्सी से उतारा और फिर खींचते हुए दूर ले आए।