मुख्यमंत्री के वॉकआउट के बाद पुडुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार गिरी
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई है। आज मुख्यमंत्री वी नारायणसामी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना था, लेकिन बहुमत परीक्षण से पहले ही मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के वॉक आउट के बाद स्पीकर ने सरकार गिरने की घोषणा कर दी। नारायणसामी ने उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उनकी कैबिनेट और गठबंधन की सरकार के सभी विधायकों ने भी अपनी इस्तीफा दे दिया है।
विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट में आ गई थी गठबंधन की सरकार
हालिया समय में कई विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट में आई गठबंधन की सरकार के 26 सदस्यीय पुडुचेरी विधानसभा में मात्र 12 सांसद रह गए हैं, जबकि विपक्षी पार्टियों के कुल 14 विधायक हैं। इस स्थिति में सरकार का गिरना तय माना जा रहा था और इसी कारण आज बहुमत परीक्षण पर वोटिंग से पहले ही मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों ने वॉक आउट कर दिया। इसके बाद स्पीकर वीपी शिवाकोलुंधु ने सरकार गिरने की घोषणा कर दी।
नारायणसामी ने केंद्र सरकार पर लगाया सरकार गिराने का आरोप
सरकार गिरने से पहले विधानसभा में बहुमत परीक्षण का प्रस्ताव रखते हुए मुख्यमंत्री नारायणसामी ने केंद्र सरकार पर उनकी सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और केंद्र सरकार ने विपक्ष के साथ मिलकर सरकार को गिराने की कोशिश की। चूंकि हमारे विधायक साथ रहे, इसलिए हम पांच साल सरकार चलाने में कामयाब रहे... हमने सभी उपचुनाव जीते हैं। यह साफ है कि पुडुचेरी के लोग हम पर भरोसा करते हैं।"
पुडुचेरी में जो हो रहा, वह राजनीतिक वेश्यावृत्ति- नारायणसामी
नारायणसामी ने आगे कहा, "आज पुडुचेरी में जो हो रहा है, वह राजनीतिक वेश्यावृत्ति है। लेकिन अंत में सच की जीत होगी।" सरकार से इस्तीफा देने वाले विधायकों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विधायकों को पार्टी के प्रति वफादार रहना चाहिए और जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वे लोगों का सामना नहीं कर पाएंगे क्योंकि लोग उन्हें अवसरवादी कहेंगे। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर पुडुचेरी में जबरदस्ती हिंदी लागू करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया।
जनवरी के बाद से सत्तारूढ़ गठबंधन के छह विधायक दे चुके हैं इस्तीफा
बता दें कि जनवरी के बाद से सत्तारूढ़ गठबंधन के छह विधायक इस्तीफा दे चुके हैं और इसके कारण गठबंधन ने अपना बहुमत खो दिया था। इनमें पांच विधायक कांग्रेस के थे और इससे पहले पिछले साल जुलाई में भी उसके एक विधायक ने इस्तीफा दिया था। इन छह इस्तीफों के बाद उसके विधायकों की संख्या 15 से घटकर 9 रह गई थी। वहीं एक विधायक के इस्तीफे के बाद DMK के विधायकों की संख्या दो रह गई थी।
अभी सरकार बनाने का दावा नहीं करेगी भाजपा, लग सकता है राष्ट्रपति शासन
पुडुचेरी में गठबंधन की यह सरकार ऐसे समय पर गिरी है जब दो महीने बाद मई में ही यहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इन दो महीनों के लिए इस केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। भाजपा ने फिलहाल सरकार बनाने का दावा न करने की बात कही है। राज्य भाजपा के अध्यक्ष वी स्वामीनाथन ने कहा कि लोगों के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार आएगी।