उत्तर प्रदेश: कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में नहीं बन रही बात, गठबंधन टूटने की कगार पर
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA को एक ओर बड़ा झटका लग सकता है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटने की कगार पर है। यहां सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बातचीत लगभग खत्म हो गई है।
खबर है कि उत्तर प्रदेश में SP ने कांग्रेस को 17 सीटों देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन वह उन 3 सीटों पर दावेदारी नहीं छोड़ना चाहती, जो कांग्रेस ने मांगी हैं।
सीट
सीट बंटवारे को लेकर कहां फंसा है पेंच?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश में SP ने कांग्रेस को अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर, कैसरगंज, वाराणसी, अमरोहा, सहारनपुर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, फतेहपुर सीकरी, कानपुर, हाथरस, झांसी, महराजगंज और बागपत सीटें देने को तैयार है।
दूसरी तरफ कांग्रेस मुरादाबाद, बिजनौर और बलिया सीटें भी चाहती है, लेकिन इसके लिए अखिलेश यादव तैयार नहीं हैं।
वजह ये है कि SP ने पिछले चुनाव में मुरादाबाद और बलिया सीट जीती थीं और बिजनौर सीट पर वह अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है।
झटका
राहुल गांधी की यात्रा में शामिल नहीं हुए अखिलेश
मंगलवार को राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' उत्तर प्रदेश के रायबरेली पहुंची, लेकिन अखिलेश इसमें शामिल नहीं हुए।
सोमवार को अखिलेश ने स्पष्ट किया था कि वह सीट बंटवारे पर सहमति के बाद ही कांग्रेस की यात्रा में शामिल होंगे।
इससे पहले कांग्रेस के साथ पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने सीटों का बंटवारा करने से इनकार कर दिया था।
उम्मीदवार
SP ने अब तक 27 उम्मीदवारों की घोषणा की
सोमवार को SP ने लोकसभा चुनाव के लिए 11 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की।
उसने मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक, आंवला से नीरज मौर्या, शाहजहांपुर से राजेश कश्यप, हरदोई से ऊषा वर्मा, मिश्रिख से रामपाल राजवंशी, मोहनलालगंज से आरके चौधरी, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह पटेल, बहराइच से रमेश गौतम, गोंडा से श्रेया वर्मा, गाजीपुर से अफजाल अंसारी और चंदौली से वीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
इससे पहले पार्टी ने 16 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी।
गठबंधन
SP और कांग्रेस में बात न बनना INDIA के लिए बड़ा झटका
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे अधिक 80 सीटें हैं। यहां SP-कांग्रेस के बीच सहमति का न बनना विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए अच्छे संकेत नहीं है।
इससे पहले राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के नेता जयंत चौधरी ने SP से गठबंधन तोड़कर भाजपा से हाथ मिला लिया था। इन दोनों पार्टियों के बीच भी सीट बंटवारे पर नहीं बन पाई।
ऐसे में विपक्षी INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले ही बिखरता नजर आ रहा है।