झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सभी पदों से दिया इस्तीफा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आज (28 अगस्त) झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी। उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन को पत्र लिखकर कहा कि वे झारखंड मुक्ति मोर्चा की वर्तमान कार्यशैली एवं नीतियों से विक्षुब्ध होकर पार्टी छोड़ने के लिए विवश हैं। इस्तीफे के बाद वे जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
चंपई ने क्या कहा?
चंपई ने लिखा, 'अत्यंत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आपके (शिबू) मार्गदर्शन में जिस पार्टी का सपना हम जैसे कार्यकर्ताओं ने देखा था एवं जिसके लिए हम लोगों ने जंगलों, पहाड़ों एवं गांवों की खाक छानी थी, आज पार्टी अपनी दिशा से भटक चुकी है।' उन्होंने लिखा कि पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम की वजह से उन्हें बहुत ही पीड़ा के साथ JMM छोड़ने का कठिन निर्णय लेना पड़ रहा है।
चंपई सोरेन ने दिया त्याग-पत्र
भाजपा में शामिल होंगे चंपई
हाल ही में चंपई ने नई पार्टी बनाने की बात भी कही थी। उन्होंने कहा था कि वे राजनीति नहीं छोड़ेंगे और नया संगठन भी बना सकते हैं। हालांकि, इसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की खबरों पर मुहर लग गई। हाल ही में दिल्ली में उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पुष्टि की कि चंपई आगामी 30 अगस्त को भाजपा में शामिल होंगे।
नाराज होकर चंपई ने छोड़ी पार्टी
इसी साल फरवरी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया था। उन पर जमीन घोटाले का आरोप लगा। उनकी गिरफ्तारी के बाद चंपई को मुख्यमंत्री बनाया गया था। जून में हेमंत जेल से बाहर आ गए थे, जिसके बाद चंपई को इस्तीफा देना पड़ा और हेमंत फिर से मुख्यमंत्री बन गए। रिपोर्ट्स हैं कि चंपई अगले चुनावों तक मुख्यमंत्री रहना चाहते थे, लेकिन उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, इसलिए वे पार्टी से नाराज हैं।