सोमवार को भाजपा में शामिल होंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह, पार्टी का भी करेंगे विलय
क्या है खबर?
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगे। साथ ही वो अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भाजपा में विलय करेंगे।
बता दें कि कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने यह पार्टी बनाई थी और पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर अपनी सियासी किस्मत आजमाई थी। हालांकि, उन्हें यह कोई सफलता हासिल नहीं हुई।
80 वर्षीय सिंह ने पिछले हफ्ते गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी।
बयान
पहले से ही तय था पार्टी का विलय
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हरजीत ग्रेवाल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पंजाब लोक कांग्रेस का भाजपा में विलय पर सहमति सिंह के लंदन जाने से पहले ही बन गई थी। अब उसका औपचारिक ऐलान हुआ है।
बता दें कि सिंह पीठ की सर्जरी के लिए लंदन गए थे। यहां से सफल सर्जरी के बाद वो भारत लौटे और उन्होंने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।
जानकारी
अमरिंदर सिंह का कैसा रहा था चुनावों में प्रदर्शन?
इसी साल हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में अमरिंदर सिंह की पार्टी ने भाजपा और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर अपनी दावेदारी पेश की थी।
समझौते के तहत भाजपा ने 65, अमरिंदर सिंह ने 37 और अकाली दल (संयुक्त) ने 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से केवल भाजपा के दो उम्मीदवार ही जीत हासिल कर पाए और बाकी सभी उम्मीदवार बुरी तरह हार गए।
खुद अमरिंदर सिंह अपनी सीट नहीं बचा पाए।
जानकारी
सितंबर में सिंह ने छोड़ी थी कांग्रेस
सिंह ने सितंबर, 2021 में कांग्रेस से दूसरी बार इस्तीफा दे दिया था।
कांग्रेस ने उनको नजरअंदाज कर नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख बनाया था। इससे नाराज चल रहे सिंह ने पहले मुख्यमंत्री पद और बाद में पार्टी छोड़ दी थी।
पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा था कांग्रेस के नेताओं ने उनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया, वो ठीक नहीं था।
कई विधायकों के भी उनसे नाराज होने की खबरें थीं।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
कैसा रहा है अमरिंदर सिंह का सियासी सफर?
राजनीति में आने से पहले सिंह भारतीय सेना में थे। उन्होंने 1965 की जंग के बाद भारतीय सेना छोड़ दी थी।
1977 में उन्होंने पहली बार कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा था और पार्टी टिकट पर 1980 में लोकसभा चुनाव लड़ कर पहली बार सांसद बने थे।
इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार के विरोध में उन्होंने 1984 में कांग्रेस से पहली बार इस्तीफा दिया था।
1997 में सिंह ने दोबारा कांग्रेस का दामन थामा था।