29 फरवरी तक विपक्ष के कई सांसद और विधायक भाजपा में हो सकते हैं शामिल- सूत्र
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा विपक्षी पार्टियों को बड़ा झटका देने को तैयार है। खबर है कि 20 फरवरी से इस महीने के अंत तक कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) समेत अन्य कई विपक्षी पार्टियों के मौजूदा सांसद से लेकर विधायक तक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बड़े राजनीतिक फेरबदल से विपक्षी गठबंधन INDIA को आम चुनाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
वरिष्ठ भाजपा नेता बोले- 29 फरवरी तक कई नेता करेंगे ज्वाइन
न्यूज 18 से भाजपा के एक वरिष्ठ भाजपा नेता कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) शासन में केंद्रीय मंत्री रहे कांग्रेस के एक मुखर नेता ने भाजपा में शामिल होने इच्छा जताई है, लेकिन पार्टी ने अभी कोई बातचीत शुरू नहीं की। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के न केवल सांसद और बल्कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों में नवनिर्वाचित विधायक भी भाजपा में शामिल होने को तैयार हैं और 29 फरवरी तक ज्वाइनिंग का सिलसिला जारी रहेगा।
कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज
शनिवार से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के अपने बेटे नकुलनाथ समेत भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हैं। इन अटकलों को उस वक्त और बल मिल गया जब कमलनाथ ने कहा कि अगर ऐसी कोई बात होगी, तो वह इसकी जानकारी पहले मीडिया को देंगे और उनकी अभी किसी से बातचीत नहीं हुई। अब भाजपा सूत्रों ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में कई विपक्षी नेता भाजपा में शामिल होंगे।
बसपा और कांग्रेस के अन्य नेताओं की भी हो रही चर्चा
इस बीच कांग्रेस एक अन्य वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी की भी भाजपा में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं, लेकिन उनके करीबियों ने इन्हें निराधार बताया है। दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारों में बसपा की लालगंज सीट से सांसद संगीता आजाद के भी भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं चल रही हैं और उनका परिवार बसपा के संस्थापक सदस्यों में है। इसके अलावा अंबेडकर नगर से बसपा सांसद रितेश पांडे के भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई गई है।
हाल में कांग्रेस छोड़ अशोक चव्हाण भाजपा में हुए शामिल
हाल में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने नामांकित किया है। उन्होंने कांग्रेस छोड़ने पर कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में विपक्ष गठबंधन के पास कोई रणनीति नहीं है। दरअसल, चव्हाण का आम चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होना महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट के महाअघाड़ी गठबंधन के लिए बड़ा झटका है।