भाजपा और कांग्रेस ने जारी की राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची, 10 जून को होना है चुनाव
भाजपा और कांग्रेस ने 10 जून को 15 राज्यों की कुल 57 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। भाजपा ने कुल 16 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, वहीं कांग्रेस ने 10 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। कांग्रेस अभी एक उम्मीदवार के नाम का ऐलान और कर सकती है क्योंकि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उसके एक प्रत्याशी को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।
भाजपा के उम्मीदवारों में निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल भी शामिल
भाजपा ने जिन 16 नेताओं को राज्यसभा की टिकट दी है, उनमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हैं। सीतारमण कर्नाटक और गोयल महाराष्ट्र से चुनाव लड़ेंगे। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है, लेकिन भाजपा की सूची में उनका नाम नहीं शामिल है। अगर उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा जाता तो उन्हें अपना मंत्री पद गंवाना पड़ सकता है।
भाजपा के अन्य उम्मीदवार कौन हैं?
सीतारमण और गोयल के अलावा भाजपा ने जिन अन्य नेताओं को राज्यसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा है, उनमें उत्तर प्रदेश से लक्ष्मीकांत वाजपेयी, राधा मोहन अग्रवाल, सुरेंद्र नागर, बाबूराम निषाद, दर्शन सिंह और संगीता यादव, बिहार से सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल, महाराष्ट्र से अनिल बोंडे, राजस्थान से घनश्याम तिवारी, उत्तराखंड से कल्पना सैनी, हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार, मध्य प्रदेश से कविता पाटिदार और कर्नाटक से जग्गेश शामिल हैं।
कांग्रेस ने इन 10 नेताओं को बनाया उम्मीदवार
कांग्रेस की सूची का बात करें तो इसमें गांधी परिवार के कट्टर समर्थकों को जगह दी गई है। पार्टी ने राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी, छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन, हरियाणा से अजय माकन, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी, तमिलनाडु से पी चिदंबरम, कर्नाटक से जयराम रमेश और मध्य प्रदेश से विवेक तन्खा को टिकट दी है। पार्टी ने स्थानीय उम्मीदवारों को टिकट देने की प्रदेश इकाई की मांग को नजरअंदाज किया है।
गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को टिकट नहीं
कांग्रेस के उम्मीदवारों में पार्टी में सुधार की मांग करने वाले G-23 समूह के शीर्ष नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा शामिल नहीं हैं। हाल ही तक आजाद राज्यसभा के नेता विपक्ष और शर्मा उप नेता थे। आजाद को झारखंड से टिकट दिए जाने की अटकलें हैं, हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया है। शर्मा को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य से टिकट दिलाने की भरपूर कोशिश की थी, लेकिन शीर्ष कमान ने उनकी नहीं सुनी।
राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए बेहद अहम है यह राज्यसभा चुनाव
10 जून को जिन 57 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने हैं, वो जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर निर्णायक असर डाल सकती हैं। अभी इनमें से 23 सीटें भाजपा, आठ सीटें कांग्रेस और बाकी सीटें स्थानीय पार्टियों के पास हैं। उत्तर प्रदेश की 11, महाराष्ट्र और तमिलनाडु की छह-छह, बिहार की पांच, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र की चार-चार, मध्य प्रदेश और ओडिशा की तीन-तीन, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की दो-दो और उत्तराखंड की एक सीट शामिल है।