बिहार: तेजस्वी यादव ने किया एक महीने में बंपर नौकरियां निकालने का वादा
क्या है खबर?
बिहार में पिछले सप्ताह से चल रही सियासी उठापटक का बुधवार को अंत हो गया। जनता दल यूनाइटेड (JDU) प्रमुख नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ महागठबंधन में शामिल होकर बुधवार को रिकॉर्ड आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
इसी तरह RJD प्रमुख तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
शपथ लेने के बाद तेजस्वी ने युवाओं को तोहफा देते हुए एक महीने में बंपर नौकरियां निकालने का वादा किया है।
ऐलान
एक महीने में निकाली जाएगी बंपर नौकरियां- तेजस्वी
उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, "बिहार ने वो किया है जो देश को करना है। हम लोगों ने सदन से सड़क तक बेरोजगारी की लड़ाई लड़ी है। मुख्यमंत्रीजी के निर्णय से हम लोगों को एक मौका मिला है कि जनता और नौजवानों के दुख-दर्द को दूर कर सकें।"
उन्होंने कहा, "नौकरियों पर मुख्यमंत्री से बात हुई है और एक महीने में बंपर नौकरियां निकाली जाएगी। इतनी नौकरियां पहले किसी राज्य में नहीं निकली होगी।"
हमला
तेजस्वी ने बोला भाजपा पर हमला
तेजस्वी ने कहा, "महागठबंधन इतना मजबूत है कि विधानसभा में विपक्ष के रूप में केवल भाजपा ही बचेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लिया गया एक कठिन निर्णय एक ऐसा निर्णय है जिसकी बिहार को आगे ले जाने के लिए आवश्यकता थी। भाजपा द्वारा सांप्रदायिक तनाव फैलाया जा रहा था और वह क्षेत्रीय दलों या छोटी पार्टियों को खत्म करने की कोशिश कर रही थी।"
उन्होंने कहा, "वर्तमान में हिंदी भाषी क्षेत्र में भाजपा का कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है।"
कमान
महागठबंधन सरकार ने संभाली राज्य की कमान
इससे पहले दोपहर 2 बजे राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
इसके साथ ही JDU, RJD, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के महागठबंधन ने राज्य की कमान संभाल ली है।
ऐसे में अब इस बात पर भी चर्चा शुरू हो गई है कि बचे हुए समय में महागठबंधन सरकार का राज्य के विकास के लिए प्रमुख एजेंडा क्या रहेगा।
वादा
तेजस्वी यादव ने किया था 10 लाख नौकरियां देने का वादा
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार में 4.50 लाख रिक्तियां पहले से हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, गृह विभाग सहित अन्य विभागों में राष्ट्रीय औसत के मानकों के हिसाब से बिहार में अभी 5.50 लाख नियुक्तियों की आवश्यकता है। अगर उनकी सरकार बनती है तो पहली ही कैबिनेट बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी का आदेश देंगे।
अब उनके उपमुख्यमंत्री बनते ही राज्य के युवाओं की उनसे उम्मीदें काफी बढ़ गई है।
निशाना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी साधा भाजपा पर निशाना
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश ने कहा, "नरेंद्र मोदी 2014 में जीत गए थे, लेकिन अब उन्हें 2024 की चिंता करनी चाहिए। विपक्ष कहा रहा है कि मैं 2024 तक टिकूंगा या नहीं, वो अपनी मर्जी से कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन मैं साल 2014 में नहीं रह रहा हूं।"
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों को लगता है कि विपक्ष खत्म हो जाएगा, लेकिन अब वह भी विपक्ष में आ गए हैं। विपक्ष और अधिक मजबूत होगा।"
जानकारी
नीतीश ने मंगलवार को दिया था मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
नीतीश कुमार ने मंगलवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर भाजपा से गठबंधन तोड़ने का फैसला किया और शाम करीब 4 बजे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ बहुत सारी दिक्कतें थी। ऐसे में उन्होंने अलग होने का निर्णय किया है।
इसके बाद उन्होंने तेजस्वी यादव से मुलाकात की और बाद में राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। उन्होंने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र भी दिया था।