बिहार में जिस स्कूल को माओवादियों ने उड़ाया था, वहां 25 साल बाद वोट करेंगे मतदाता
क्या है खबर?
बिहार में विधानसभा चुनाव के तहत मंगलवार को दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा। इसमें 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जिन पर 1,302 उम्मीदवार उतरे हैं। इन्हीं में एक विधानसभा सीट जमुई जिले के जमुई-मुंगेर-लखीसराय सीमा पर स्थित चोरमारा गांव है, जो माओवाद से ग्रस्त था। इस साल यहां पहली बार शांतिपूर्ण मतदान होगा। मतदान के लिए चुनाव आयोग ने यहां काफी तैयारियां की है। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।
माओवाद
25 साल बाद होंगे शांतिपूर्ण चुनाव
जमुई का चोरमारा गांव 25 साल तक माओवाद से ग्रसित रहा था। यहां दशकों तक माआवादियों का कब्जा रहा और दुनिया से कटा रहा। यहां हिंसा और हत्या आम बात थी। चोरमारा के ग्रामीणों को वोट मतदान के लिए करीब 22 किलोमीटर दूर बरहाट प्रशासनिक ब्लॉक के एक सरकारी स्कूल जाना पड़ता था। इस बार मतदान केंद्र गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में स्थापित किया गया है, जहां केंद्रीय बल तैनात है।
मतदान
जिस स्कूल पर माओवादियों ने की थी बमबारी, उसी स्कूल को बनाया केंद्र
NDTV के मुताबिक, मतदान उसी विद्यालय में होगा जिस पर कभी माओवादियों ने बमबारी की थी। तब से, इस विद्यालय को दोबारा से बनाया गया और अब यहीं पर ग्रामीण मंगलवार को अपना वोट डालेंगे। क्षेत्र में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों का कहना है कि गांव को माओवादी मुक्त घोषित किया गया है, फिर भी सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। मतदान के दान गांव के हर कोने को सुरक्षा के घेरे में रखा गया है।
जानकारी
जमुई जिले में है 4 सीट
जमुई जिले में 4 विधानसभा सीट है, जिसमें सिकंदरा, जमुई, झाझा और चकाई शामिल है। सभी सीटों पर 11 नवंबर को दूसरे चरण में मतदान है। सिकंदरा में 10, जमुई में 12, झाझा में 9 और चकाई सीट पर 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
ट्विटर पोस्ट
इसी स्कूल में होगा मतदान
#WATCH | Bihar: Chormara village, along Jamui-Munger-Lakhisarai border, in Jamui Assembly constituency which was naxal-affected has now been freed of naxals with all the efforts made by security forces. The residents are now looking forward to voting in the upcoming… pic.twitter.com/3gaKsvVM78
— ANI (@ANI) November 3, 2025