बिहार चुनाव: राहुल गांधी की जहां से निकली 'वोटर अधिकार यात्रा', वहां बुरी तरह पिछड़ी कांग्रेस
क्या है खबर?
बिहार के विधानसभा चुनाव ने राहुल गांधी को बड़ा झटका दिया है। कांग्रेस उन सीटों पर भी अपनी प्रतिष्ठा नहीं बचा सकी, जहां से राहुल ने 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाली थी। यह यात्रा सासाराम से शुरू होकर 25 जिलों और 110 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए पटना में समाप्त हुई थी और करीब 1,300 किलोमीटर की दूरी तय की थी। लेकिन इस मार्ग की अधिकतर सीटों पर कांग्रेस और उसके गठबंधन सहयोगियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
झटका
61 पर चुनाव लड़ा और 4 सीटों पर आगे
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, मौजूदा रुझानों में कांग्रेस केवल 4 सीटों पर बढ़त लेकर चल रही है, जिसमें वाल्मीकि नगर, किशनगंज, मनिहारी और बेगूसराय शामिल है, जबकि पार्टी ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा था। सासाराम और पटना साहिब जैसे विधानसभा क्षेत्रों में भी कांग्रेस और उनके महागठबंधन का कोई सहयोगी बढ़त पर नहीं है। कांग्रेस सांसद राहुल ने जब यात्रा निकाली थी, जब उसे जनता का अपार समर्थन मिल रहा था, लेकिन यह वोट में नहीं बदला।
असर
अन्य राज्यों में क्या यात्रा का दिखा था कोई असर?
राहुल ने 2022 में और 2024 में 'भारत जोड़ो यात्रा' और 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली थी, लेकिन इसका व्यापक असर नहीं दिखा था। यात्राओं से राहुल को लोकसभा चुनाव 2024 में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी की सिर्फ सीटें बढ़ीं। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद से ज्यादा अच्छा रहा। दक्षिण में यात्रा का बड़ा प्रभाव दिखा, जहां कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस ने सरकार बनाई।